दो हजार से अधिक पुलिकर्मियों की हुई तैनाती, शहर के प्रमुख शिव मंदिर पर रहेंगे पुलिस के जवान
वाराणसी। शिव की नगरी काशी में 21 फरवरी को होने वाली महाशिवरात्रि की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। काशी विश्वनाथ मंदिर के आस-पास बैरिकेडिंग लगायी जा रही है ताकि भक्तों की भारी भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने खुद सारी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है और कहा कि व्यवस्था में डेढ़ हजार से अधिक पुलिसकर्मी लगायी जा रही है। इसके लिए बाहर से भी फोर्स मंगायी गयी है।
महाशिवरात्रि के पहले बनारस में महादेव के भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो जाता है। पर्व के पहले वाली रात से ही काशी विश्वनाथ मंदिर में भीड़ लग जाती है। मंदिर में इस समय काशी विश्वनाथ धाम को लेकर तेजी से काम चल रहा है। मंदिर के आस-पास के सारे मकान तोड़े जा चुके हैं। इसके चलते वहां पर बहुत खुली जगह हो चुकी है। ऐसे में मंदिर के अंदर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा की खास व्यवस्था की है। महाशिवरात्रि पर कााश्ी विश्वनाथ मंदिर के आस-पास सादे वेश में भी पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं। 9 एडिशनल एएसपी, 18 डिप्टी एसपी, 18 थानेदार, 190 सबे इंस्पेक्टर, 1200 कांस्टेबल, सात कंपनी पीएससी व दो कंपनी सेंट्रल पैरामिलिट्री की भी तैनाती की गयी है। काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के पहले से ही सीआरपीएफ तैनात है।
*काशी विश्वनाथ मंदिर के आस-पास क्षेत्र की ड्रोन से होगी निगहबानी*
सावन के तर्ज पर महाशिरात्रि के अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर के आस-पास क्षेत्र की ड्रोन से निगहबानी की जायेगी। कंट्रोल रुम से पता चल सकेगा कि कहां तक लाइन लगी है और कही पर किसी प्रकार की समस्या तो नहीं है। गोदौलिया से मैदागिन के बीच नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है। यदि इस क्षेत्र में कोई वाहन आता है तो संबंधित पुलिसकर्मी पर कार्रवाई होगी। महाशिवरात्रि के दिन पहले ही वीवीआईपी व सुगम दर्शन पर रोक लगायी गयी है।