प्रयागराज-लवकुश शर्मा
प्रयागराज बिजली विभाग के संविदाकर्मियों की भारी दलबल के साथ एक देशव्यापी हड़ताल पर बैठें कर्मी।इन कर्मियों की आर्थिक स्थिति और तंगहाली और अधिकारियों और प्रशासन के झूंठे मनलुभावन वादों से अजीज आकर सरकार को चेताने और आला अधिकारियों तक अपनी पीड़ा, संमस्या और दर्द की बातों को पहुँचाने के लिए बेबस होकर इस रास्ते पर आ पहुँचे।
जैसा इनकी मांग व आपबीती के अनुसार पिछले 3 माह का कोई भी वेतन,भुकतान नही दिया गया केवल अस्वाशन ही अस्वाशन, कब तक आखिर ये इस अस्वाशन के सहारे अपना और घर वालो का पेट भर पाएंगे ।जहाँ एक ओर 230 रुपये की दैनिक वेतन पर 24 घण्टे की सेवा और हर वो काम करने पर मजबूर है जो अधिकारी और जैसा चाहते है वैसा। एक ओर इस हड़ताल पर बैठे इन संविदाकर्मियों के अध्यक्ष श्री रमेश कुमार श्रीवास्तव, ने बताया कि पहले तो सरकार इनके वेतन में वृद्धि कर वेतन को समय से दे,साथ काम करने के समय का निर्धारण करें, अधिकारियों की मनमानी पर लगाम लगाए,साथ कर्मियों के स्वास्थ और कार्य के दौरान दुर्घटना होने पर भी कोई सहयोग की व्यवस्था की जाये, इतने कम वेतन में आज के इस महंगाई पर एक मजदूर नही मिल सकता जिसपर ये काम करने को मजबूर, कई सालों से संविदा पर नियुक्त मो0 मुजीबुल रहमान तो अपनी स्थिति और विभाग की मनमानी बताते बताते रोने भी लगे।सौरभ मालवीय, पवन मिश्र व अन्य भी बहुत दुःखित व दयनीय स्थिति में जीवन यापन कर रहे है और कहते है कि इससे अच्छा है कि मर ही जाना सही है पर घर वालो का जिक्र आते ही जहन में फिर रुक जाते है,जहाँ बहुत से कर्मियों की स्थिति सामान्य से भी बहुत खराब है और वे आत्महत्या करने को मजबूर होने की कगार पर है, हड़ताल कर्मियों ने सरकार के न सुनने पर निशिचित कालीन आमरण अनशन पूरे प्रदेश और देशव्यापी स्तर पर जाने को चेताया है। जैसा आप सभी को जानकारी है कि विभाग आज इन संविदाकर्मियों पर ही टिका है इनकी संख्या विभाग में लगभग 85% है।जो आपके घर के उन्जाले के लिए दिनरात एक हर मौशम में आप की सेवा में तत्पर्य रहते है, जहां आये दिन कोई न कोई दुर्घटना होने पर इनको अपनी जान तक गवानी पड़ गई, फिर भी सरकारें चुप है