प्रयागराज-लवकुश शर्मा
◆भारतीय ज्योतिष का मानव जीवन पर गहरा एवं पुरातन संबंध है जो अंकों की गणना पर आधारित है – पंडित प्रकाश मिश्र ज्योतिषी वाराणसी विश्व गुरु
प्रयागराज-भारत परिषद एवं सर्वदलीय गौरक्षा मंच उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वाधान में अडिग सभागार वरुणा पूल कचहरी वाराणसी में “काशी ज्योतिष सम्मेलन एवं काशी काव्य सम्मेलन” का आयोजन कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक के प्रमुख संयोजन/संचालन में हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग के रजिस्ट्रार डॉ केसरी नाथ त्रिपाठी ज्योतिविद के अध्यक्षता एवं पंडित प्रकाश मिश्र ज्योतिषी के मुख्य आतिथ्य में हुआ!
जिसमें विशिष्ट अतिथि पंडित ओम प्रकाश पांडे ज्योतिषी सोनभद्र ने कहा कि मानव का भाग्य ग्रह नक्षत्रों के प्रभाव से अच्छा बुरा होता रहता है जिसका शांति करवाने से लाभ होता है पंडित सत्यानंद पाठक ज्योतिषी काठमांडू नेपाल ने कहा कि अनिष्ट ग्रहों से शांति के लिए रत्नों को अभिमंत्रित करवा कर धारण करने से भी विशेष लाभप्रद होता है मुख्य अतिथि पंडित प्रकाश मिश्रा ज्योतिषी ने कहा कि भारतीय ज्योतिष का संपूर्ण विश्व के कल्याण, के लिए पुरातन संबंध है कुछ पाखंडी जिनको ज्योतिष का कुछ भी ज्ञान नहीं है वे लोग आम जनमानस को भ्रमित करके आर्थिक धनोपार्जन कर रहे हैं जिस से सावधान रहने की जरूरत है भारतीय ज्योतिष विज्ञान दोनों अंको पर आधारित है जिसको पूर्ण निष्ठा से आत्मसात करने से ही हम सब की भलाई है द्वितीय सत्र “काशी काव्य सम्मेलन”
कवि सिद्धनाथ शर्मा सिद्ध के अध्यक्षता में विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष में प्रारंभ हुआ जिसके मुख्य अतिथि श्री प्रकाश कुमार श्रीवास्तव “गणेश” जी विशिष्ट अतिथि डॉ सुभाष चंद्र एवं राजकुमार जायसवाल ने अपने संबोधन में रचनाकारों से आह्वान किया कि हिंदी की बिंदी ना बिगाड़ी जाए अशुद्ध लेखनी अशोभनीय रचना और रचनाकारो से आह्वान किया गया कि हिंदी की बिंदी ना बिगारी जाए अशुद्ध लेखनी अशोभनीय रचना और रचनाकारों के प्रति आमजन में घृणा का भाव उत्पन्न हो रहा है हिंदी संपूर्ण भाषाओं की जननी है इसकी मर्यादा बनाए रखना हम सब का नैतिक कर्तव्य है आयोजन के अंत में सर्वदलीय गौरक्षा मंच आध्यात्मिक शाखा के प्रदेश अध्यक्ष एवं बेसिक शिक्षा संघ वाराणसी के जिला उपाध्यक्ष श्री राकेश चंद्र पाठक के जन्मदिन के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने उनका सम्मान किया ! विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों को “बाबा विश्वनाथ लोग गौरव सम्मान” भेंट करके प्रोत्साहित किया गया ! जिसमें सर्वश्री कवि नरेंद्र नाथ दुबे अडिग डॉक्टर केसरीनाथ त्रिपाठी रजिस्त्तार हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग पंडित सत्यानंद पाठक, प्रद्युम्न कुमार तिवारी, सिद्धनाथ शर्मा सिद्ध, पवन कुमार सिंह एडवोकेट, गिरीश कुमार पांडे सोनभद्र ,कवि सूरज मणि तिवारी ,आशुतोष कुमार शुक्ल, विकास पांडे इलाहाबादी, आरती शर्मा, उषा सिंह परिहार, मोनिका पांडे ,शशांक शेखर त्रिपाठी एडवोकेट, कवि अनिल तिवारी ,धनंजय पांडे धनु, ज्योति जयसवाल, सविता मिश्रा, चिंतित बनारसी अंत में धन्यवाद आभार कवि नरेंद्र दुबे अडिग एवं राकेश चंद्र पाठक ने किया।