जालौन- उरई:- जिला क्रिकेट एसोसिएशन जालौन ने क्रिकेट में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य जिले के विभिन्न तहसील की लड़कियों को एक सुनहरा मौका दिया जो प्रदेश में एक नजीर बनकर सामने आएगा उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा जालौन जोन में क्रिकेट खिलाड़ियों के ऑनलाइन ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन चल रहे हैं जिसमें मंगलवार को 23 लड़किया जिला क्रिकेट के लिए इतिहास बन गईं। इतिहास के इस पहले पन्ने पर पहला नाम मोहिनी का लिख गया। अब नए सत्र में वह लड़कियां भी क्रिकेट खेलती दिखेंगी जो अभी तक टीवी पर मैच देखकर अपना मन भर लिया करती थीं।
कोंच नगर और देहात क्षेत्र की 22 लड़कियों ने क्रिकेट से ‘ प्रेम ‘ होने का सार्वजनिक इजहार कर दिया। उन्होंने खुलकर बता दिया कि ‘ हां – उन्हें इस खेल से प्रेम है और इससे अब अलग नहीं रह सकतीं ‘
उनकी इस इच्छा के आगे कालेज प्रशासन व अभिभावकों को झुक जाना पड़ा। सभी को उरई लाने को कारों की व्यवस्था हुई। प्राचार्या डॉ मनीषा, प्रसिद्ध रंगकर्मी- शिक्षक संजय सिंघल, अभिषेक रिछारिया खेल की इन दीवानियों को लेकर डीवी कालेज के पुस्तकालय हाल पहुँचे। सभी का पंजीकरण हुआ ।
फिर सभी ने स्टेडियम को देखने की इच्छा व्यक्त की। वहां पहुंचकर सभी को खेल का रंग सवार हो गया। वे अपनी खुशी को व्यक्त नहीं कर पा रहीं थीं। वे व्याकुल हो रही थीं। अपनी छात्राओं का खुशी को व्यक्त करता यह रूप प्रिंसिपल को भी आश्चर्य में भर रहा था । तेजस्विनी शर्मा,, अपर्णा पांडेय,वर्षा कुशवाहा,मनीषा वर्मा,ज्योति पटेल, दीक्षा दुबे, दीप्ति कुशवाहा,महजबीन,निहारिका, निकेता,रश्मि प्रजापति, संध्या परिहार,सुमैया,अंजलि स्वर्णकार, अन्नू, आस्था पटेल,सोनम तिवारी,रौली मिश्रा,अंशिका, शिवांगी और शीतल इंदिरा स्टेडियम पहुंचकर पहले आंखे फाड़ फाड़कर उसके दीदार किये। जब मन नहीं माना तो मैदान तक कदम बढ़ा दिए। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि कहां – कहां और क्या – क्या देखा जाए। इस बार वे टर्फ विकेट तक पहुंची फिर नेट पर अभ्यास करने की तैयारी में जुटे जूनियर खिलाड़ियों को देखने लगीं। सीमेंटेड विकेट को देख खुद के लिए भी भविष्य में इसकी जरूरत बताई।एक लड़की ने बैट थामकर गेंद भी खेली। लड़कियां यहां आकर बहुत खुश थीं। वह पहली बार स्टेडियम को देख रहीं थीं। संजय सिंघल ने बताया कि लड़कियां यहां आकर बहुत खुश हैं। वह अपनी खुशी को व्यक्त नहीं कर पा रही हैं।
क्रिकेट में अभी तक यहां लड़के ही दिखते थे पर अब लड़कियां भी चौके – छक्के मारते दिखाई देंगी। अब वह संकोच के दायरे से बाहर आ चुकी हैं। वह मेहनत कर इस खेल में पारंगत होने का प्रयत्न करेंगी। सोनम, शीतल और शिवांगी कहती हैं कि क्रिकेट उन्हें भी पसंद है। बचपन में लड़को के साथ खेला भी करती थीं पर इसके बाद यहां हम लोगों के लिए कोई स्कोप नहीं था। अब जब मौका मिला है तो इसे हाथ से भी नहीं जाने दूंगी। जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव विकास कुमार शर्मा ने बताया कि यह मौका इन लड़कियों को जिला क्रिकेट एसोसिएशन ने प्रदान किया जो लड़कियां रजिस्ट्रेशन शुल्क देने में असमर्थ रही तो सभी लड़कियों का रजिस्ट्रेशन शुल्क जिला क्रिकेट एसोसिएशन ने उठाया क्रिकेट डेवलपमेंट कमेटी चेयरमैन श्याम बाबू की पहल पर जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने सभी लड़कियों का रजिस्ट्रेशन शुल्क अदा किया एसोसिएशन का मानना है कि धन अभाव में लड़कियों की क्रिकेट के प्रति रुचि को कम नहीं होने दिया जाएगा इसके लिए जरूरत पड़ने पर लड़कियों को अन्य सुविधाएं भी भविष्य में उपलब्ध कराई जाएंगी। और इसके लिए एसोसिएशन ने बतौर कोऑर्डिनेटर सुरेंद्र कौर को नियुक्त किया।