—अनिल बेदाग—
मुंबई : फ़िल्म ‘अंतर्व्यथा’ नेशनल ओर इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल में नाम कमाने के बाद अब भारत में 3 जनवरी को रिलीज हो रही है। अभिनेता और निर्देशक केशव आर्य ने मूवी को लेकर कहा कि समाज मे फैली बुराइयों को दूर करने के लिए समय समय पर कई फिल्में बनी हैं। उन्ही में से एक ये फ़िल्म है अंतर्व्यथा। उनका कहना है कि जब भी इंसान कोई अपराध या गलत काम करता है तो वो उसे समाज से और क़ानून से तो छुपा लेता है पर खुद से नही छुपा सकता और उसके अंदर एक द्वंद पैदा हो जाता है जो उसे अंदर ही अंदर खाए जाता है और इसी कशमकश को उन्होंने सस्पेन्स थ्रिल औऱ मनोरंजन के माध्यम से अंतर्व्यथा में दिखाने की कोशिश की है।
इसी मौके पर उपस्थित अभिनेता कुलदीप सरीन ने इस मूवी में अपने कैरेक्टर को लेकर अपना अनुभव साझा किया। उनका कहना है कि मैं अब तक 40 से 50 फिल्मों में काम कर चुका हूँ पर ये कैरेक्टर मेरे लिए एक चैलेंज था। में अपनी कसौटी पर कितना खरा उतरा हूँ अब ये देश की जनता मूवी देख कर ही तय करेगी। मौके पर उपस्थित निर्माता दिनेश अहीर ओर सह निर्माता अक्षय यादव ने बताया कि ये फ़िल्म सस्पेंस, थ्रिल औऱ मनोरंजन के साथ साथ एक खूबसूरत मैसेज भी देती है जो सबके दिल को छू जाएगा।