झारखण्ड।
दुमका।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ माने जाने वाले दुमका में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा है कि ये जनसमर्थन दिखा रहा है कि झारखण्ड में भारतीय जनता पार्टी को, कमल के फूल को, आप सभी का विशेषकर मेरे आदिवासी भाई-बहनों का भरपूर समर्थन मिल रहा है।.
उन्होंने कहा कि ये आशीर्वाद, ये उत्साह, ये समर्थन.. इसका कारण क्या है? इसका कारण है, आपकी, देश के गरीब की, हमारे जंगलों, वन्य क्षेत्रों में रहने वाले साथियों के लिए हम जिस सेवा भाव से कार्य कर रहे हैं, उसी के कारण ये प्रेमभाव अभिव्यक्त हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम आपके सेवक बनकर काम करते हैं, मैं आपका सेवक बनकर आपका काम करता हूं, आपके बीच आता हूं और अपने काम का हिसाब भी जनता जनार्दन के चरणों में रखता हूं। उन्होंने कहा कि एक कार्यकर्ता के रूप में आदिवासियों के बीच रहकर उनकी सेवा करने का मुझे लंबे समय का अनुभव रहा है और मेरे जीवन बनाने में वो अनुभव भी बहुत काम आता है. इसलिए मैं और मेरे साथी आपकी तकलीफों को भली भांति समझते हैं।
विपक्षी गठबंधन पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, जिन लोगों पर आपने कभी भरोसा किया था, जिन्हें झारखंड के आदिवासियों ने इतना मान-सम्मान दिया था, सर-आंखों पर बिठाया, उन्होंने अपना तो जितना भला कर सकते थे किया, अपने लिए बड़े महल बनाए।. लेकिन सत्ता पर बैठते ही उन्होंने आपको भुला दिया. मोदी ने आगे कहा कि झामुमो और कांग्रेस के पास झारखंड के विकास का न कोई रोडमैप है, न इरादा है और न भूतकाल में कभी कुछ किया है. उन्होंने कहा, जब जेएमएम और कांग्रेस ने जनता को भुला दिया तब जाकर उन्हें सजा देनी पड़ी. पर अभी वो सुधरे नहीं हैं, वो आदत उनकी जाने वाली नहीं है. ऐसे लोगों को आपकी, आपके बच्चों, आपके परिवार और भविष्य की चिंता नहीं है. वो लोग तो सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार की चिंता करते हैं, अपनी तिजोरी भरते रहे, इसी में लगे रहे.
नागरिकता कानून के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कांग्रेस को समझ ही नहीं आ रहा है कि वो बीजेपी का विरोध कर रहे हैं कि भारत का कर रहे हैं. सीमा रेखाएं लांघ देते हैं. आपने समाचारों में देखा होगा कि हमारे देश की संसद में अभी नागरिकता कानून से जुड़ा हुआ एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है।
उन्होंने कहा, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के जो अल्पसंख्यक थे, जो अलग धर्म का पालन करते थे, इसलिए वहां उन पर जुल्म हुए, उनका जीना मुश्किल हो गया, उनकी बहन-बेटियों की इज्जत बचानी मुश्किल हो गई. इन देशों में हिंदू, सिख, बौद्ध को अपना गांव, घर, दोस्त, परिवार सबकुछ छोड़कर भारत में शरणार्थी की जिंदगी का जीवन जीने को मजबूर होना पड़ा. उनके जीवन को सुधारकर इन गरीबों के लिए नागरिकता के लिए निर्णय किया.
मोदी ने आगे कहा, ये कांग्रेस और उसके साथी हो-हल्ला मचा रहे हैं, तूफान खड़ा कर रहे हैं. उनकी बात चलती नहीं है तो आगजनी फैला रहे हैं. ये जो आग लगा रहे हैं, टीवी पर जो उनके दृश्य आ रहे हैं, ये आग लगाने वाले कौन हैं, उनके कपड़ों से ही पता चल जाता है. कांग्रेस और उनके साथी, हमारा विरोध करने वाले लोगों, अगर समझ सको तो समझो, देश ये सब देख रहा है और देश का विश्वास का पक्का हो जा रहा है कि मोदी ने, देश की संसद ने, भारत की सरकार ने नागरिकता का कानून बनाकर देश को भी बचा लिया है।