राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के करीब एक महीने बाद अयोध्या की एक बार फिर सुरक्षा व्यवास्था बढ़ा दी गई है।
अयोध्या। राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के करीब एक महीने बाद अयोध्या की एक बार फिर सरगर्मियां तेज हो गई है। यहां की सुरक्षा व्यवास्था एक बार फिर अचानक बढ़ा दी गई है। सभी प्रवेश मार्ग पर सुरक्षाकर्मियों तैनात कर दिए गए हैं। साथ-साथ राम मंदिर निर्माण कार्यशाला में बुलेट प्रूफ सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए हैं। हालांकि यह सुरक्षा अचानक क्यों बढ़ाई गई है, इस पर जिले के एसएसपी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं, लेकिन सूत्रों की मानें तो राम नगरी अयोध्या आतंकवादियों के निशाने पर है। पुलिस को इसके लेकर कुछ इनपुट्स भी मिले हैं, लेकिन वह साझा नहीं किए गए हैं। वहीं राम मंदिर के पक्ष में आये फैसले के बाद अयोध्या बेहद संवेदनशीलक्षेत्रों में शामिल हो गया है। जिसको देखते हुए अब अयोध्या की सुरक्षा को स्थाई रूप दिया जा रहा है।
*सुरक्षा व्यवस्था में हुआ बदलाव-*
बुधवार को राम मंदिर निर्माण कार्यशाला में नए सिरे से सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई। कार्यशाला में नए बंकर ( सैंडबैग मोर्चा ) बनाकर बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। वहीं राम कथा कुंज के लिए रामायण के प्रसंगों पर तैयार हो रही प्रतिमाओं की सुरक्षा के लिए रामसेवकपुरम में भी सुरक्षा के मद्देनजर जवान तैनात किए गए हैं। जवानों को बुलेट प्रूफ जैकेट, कैमरा लेस, सेंडबैग मोर्चा व रात्रि के लिए टॉर्च व अन्य सुरक्षा संबंधी उपकरण के साथ लैस किया गया है। इसके साथ ही कार्यशाला में गाइडों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।
*एसएसपी ने कहा- कुछ इनपुट मिले हैं:
एसएसपी आशीष तिवारी ने अयोध्या की सुरक्षा को लेकर बताया कि फैसले के दौरान पूरे जनपद में फोर्स लगाई गई थी। लेकिन अब नए प्लान के तहत शहर में उन सुरक्षा कर्मियों की शहर के मुख्य स्थान राम कोट, कनकभवन, हनुमान गढ़ी, कारसेवकपुरम, कार्यशाला, रामसेवकपुरम सहित सभी एंट्री प्वाइंट्स पर तैनाती की गई है। वहीं अभी राम कोट क्षेत्र में लगे बैरिंगकेटिंग भी नहीं हटाई गई है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ी तो और भी बैरिंगकेटिंग लगाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि उन्हें कुछ इनपुट मिले हैं। लेकिन अयोध्या की सुरक्षा को देखते उन्हें साझा नहीं किया जा सकता है। पूर्व में भी अयोध्या में आतंकवादी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए फोर्स को लगाया गया है। इसके साथ ही आशीष तिवारी ने कहा कि इन सभी स्थानों पर लगे जवानों को बुलेट प्रूफ जैकेट दी गई है और शासन स्तर पर और भी जैकेट्स मंगाए गए हैं।