औद्योगिक ईकाइया एनजीटी के दिशा-निर्देशो का अक्षरश: अनुपालन करे-डीएम
सोनभद्र/दिनांक 02 दिसम्बर, 2019। सामाजिक नैगमिक दायित्व/सी0एस0आर0 के तहत जिले में स्थापित औद्योगिक इकाईयां अपने उत्पादन एरिया से हटकर जिले के अन्य दुरूह क्षेत्रों में नागरिकों को सहूलियत मुहैया करायें, तभी सामाजिक नैगमिक दायित्व/सी0एस0आर0 की सार्थकता सिद्ध होगी। औद्योगिक इकाईयां सीएसआर के कार्यों को समयबद्ध तरीके से अपना दायित्व समझते हुए पूरा करें। उक्त बातें जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने सोमवार को विकास भवन सभागार में सामाजिक नैगमिक दायित्व/सी0एस0आर0 की समीक्षा बैठक करते हुए कहीं। जिलाधिकारी ने पर्यावरण संरक्षण के सम्बन्ध में प्राप्त दिशा निर्देषों के अनुरूप मानकों को पूरा करने के निर्देश औद्योगिक ईकाइयों को देते हुए कहा कि हर हाल में पर्यावरण के संरक्षण के मानकों को पूरा किया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि मा0 राष्ट्रीय हरित न्याधिकरण/एनजीटी के दिशा-निर्देशो का अक्षरश: अनुपालन किया जाय। बैठक के दौरान जिलाधिकारी राजलिंगम ने कहा कि जो भी आरओ प्लांट, फ्लोराइड रिमूवल प्लांट गांवों में लगाये गये हैं, उनकी नियमित रूप से पानी की गुणवत्ता को परखें, ताकि पीने वाले पानी में गंदगी न रहें और नागरिकगण स्वस्थ्य रहें साथ ही उसका मरम्मत इत्यादि का कार्य समय से कराया जाय। जिलाधिकारी ने जिले में स्थापित औद्योगिक इकाई के प्रतिनिधियों से कहा कि सी0एस0आर0 मद से मिलने वाली धनराशि का उपयोग करते हुए नागरिकों के भलाई के लिए कार्य किये जाय जैसे- स्वास्थ्य, शिक्षा, चिकित्सा, आत्म निर्भर बनाने हेतु रोजगार मुहैया करायें और कहा कि अपने-अपने निर्धारित मद से जिले के उत्थान के लिए सामाजिक क्षेत्र में बेरोजगारों को आत्म निर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार हेतु कार्ययोजना तैयार करके उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाय। कार्यों में गुणवत्ता के साथ ही पारदर्शित का भी ध्यान रखा जाय।बैठक में जिलाधिकारी श्री राजलिंगम के अलावा मुख्य विकास अधिकारी श्री अजय कुमार द्विवेदी, जिले में स्थापित औद्योगिक इकाईयों के पदाधिकारीगण सहित अन्य गणमान्य नागरिकगण मौजूद रहे।