झासी।फील्ड आऊटरीच ब्यूरों, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार की झांसी इकाई द्वारा दिनांक 26.11.2019 को भारतीय संविधान दिवस 2019 के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम ब्लू बैल्स पब्लिक स्कूल सिविल लाइन झांसी में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में के.विवेकानन्द राजेश क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा भारतीय संविधान दिवस के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की गयी। कार्यक्रम का सफल संचालन श्री वी.डी.शर्मा, एफ.ओ.बी. झांसी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अधिवक्ता बार एसोसिएशन के महामंत्री श्री प्रणय श्रीवास्तव द्वारा संविधान दिवस मनाने की आवश्यकता पर अपने विचार व्यक्त किये। इन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद प्रमुख समस्या देश में कानून के राज की स्थापना को लेकर थी जिसे हमारे महान राजनेता भारत रत्न बाबासाहेब डा0 भीमराव अम्बेडकर तथा अन्य मनीषियों ने बखूबी भारतीय संविधान के निर्माण तथा उसके भारतीय जनता को समर्पित कर इस समस्या का समाधान किया। वही बुंदेलखंड डिग्री कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर एमएस निगम ने संविधान के महत्वपूर्ण आर्टिकल के संबंध में बताते हुए कहा कि विभिन्न भाषाओं को विभिन्न धर्मों का संग्रह है सभी बातो को ध्यान में रखकर बनाए गए संविधान अन्य देशों की अपेक्षा सबसे बेहतर है, डॉक्टर हरेंद्र यादव ने इसके अलावा संविधान की महत्वपूर्ण जानकारियां बच्चों को दी, इस अवसर पर अधिवक्ता तिलक राज आनन्द द्वारा वर्तमान में संविधान को नये नजरिये से देखने एवं समझने पर बल दिया। सुश्री आराधना निराला, उपाध्यक्ष भीमा फाउण्डेशन तथा वरिष्ठ समाजसेवी द्वारा भारतीय संविधान का अध्ययन करने हेतु तथा उस पर अमल करने हेतु नई पीढ़ी का आवाहन किया गया।
इस अवसर पर डा0 एम.एस.निगम पूर्व प्राचार्य बुन्देलखण्ड महाविद्यालय झांसी, सुश्री रीना विलियम्स प्राचार्या ब्लू बैल्स पब्लिक स्कूल, श्री राजेन्द्र रावत अधिवक्ता, श्री ड़ॉ हरेन्द्र यादव, श्री मुकेश कुमार अधिवक्ता, श्री अनिल राय पी.आर.ओ. ब्लू बैल्स स्कूल के द्वारा संविधान दिवस के अवसर पर विचार व्यक्त किये गये।
कार्यक्रम में स्वच्छता विषय पर एक चित्र प्रदर्शनी भी आयोजित की गयी। कार्यक्रम के दौरान भाषण तथा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गयी। प्रतियोगिता के विजयी 15 प्रतिभागी क्रमशः स्नेहा, शिवांश, काजल, सलोनी, जीशान, इशिका, देवार्या, दिव्या, कशिश, भूमि, दीपांश, अंशुल, नित्या, हिमांशी एवं निशा को पुरस्कृत किया गया ।