नई दिल्ली।महाराष्ट्र में सत्ता के लिए चल रहे सियासी घमासान के बीच एनसीपी चीफ शरद पवार अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने बुधवार को दिल्ली पहुंच गए हैं. वह पीएम मोदी से दोपहर में मुलाकात करेंगे. हालांकि, यह पहले ही बता दिया गया है कि वह किसानों की समस्याओं को लेकर पीएम से चर्चा करेंगे।
लेकिन जब इस संबंध में NCP प्रमुख से पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. शरद पवार ने कहा, प्रधानमंत्री से मिलने जा रहा हूं, लेकिन किस मुद्दे पर चर्चा होगी मैं अभी आपको कैसे बता सकता हूं. इसके बाद वे बिना कुछ बोले आगे बढ़ गए. शरद पवार के इस बयान के बाद महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर फिर से कयास लगाए जाने लगे हैं।
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा, प्रधानमंत्री से अगर कोई नेता मिलता है तो क्या खिचड़ी ही पकती है? प्रधानमंत्री पूरे देश के होते हैं. महाराष्ट्र में किसान समस्याओं का सामना कर रहे हैं. पवार और उद्धव साहब हमेशा किसानों के बारे में सोचते हैं. पवार साहब कृषि के क्षेत्र में एक सुपरिचित चेहरा हैं. उन्हें महाराष्ट्र में कृषि से जुड़ी समस्याओं के बारे में बेहतर जानकारी है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले ही एनसीपी और बीजेडी की राज्यसभा में तारीफ की थी. प्रधानमंत्री ने कहा था कि यह दोनों पार्टियां ऐसी हैं जिन्होंने संसदीय नियमों को कभी नहीं तोड़ा. आज मैं इन दोनों पार्टियों की तारीफ करना चाहता हूं. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दोनों ही पार्टियों के सांसदों से अन्य पार्टियों और उनकी खुद की पार्टी को सीख लेनी चाहिए. पीएम ने कहा कि दोनों ही पार्टियां कभी भी वेल में नहीं उतरीं इसके बावजूद दोनों ने अपने मुद्दों को प्रबलता से सामने रखा।
वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र में एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना के बीच सरकार बनाने की कवायद जोरों पर है. खबर है कि एनसीपी और कांग्रेस अब शिवसेना के साथ गठबंधन में सरकार बनाएगी और उद्धव ठाकरे पूरे पांच साल के लिए सूबे के मुख्यमंत्री होंगे. वहीं मंत्रीपदों को लेकर भी तीनों पार्टियों में संख्या का बंटवारा हो गया है. हालांकि शरद पवार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक को किसी भी स्तर पर महाराष्ट्र की सियासत से जोड़ कर नहीं देखा जा रहा है।सौजन्य से पलपलइंडिया।