14 नवम्बर को आयोजित होने वाले सामूहिक विवाह का लक्ष्य 21 हजार निर्धारित
– मंत्री श्री रमापति शास्त्री
लखनऊः 06.11.2019
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत प्रदेश के सभी जनपदों में 14 नवम्बर, 2019 को सामूहिक विवाह का आयोजन कराया जायेगा। प्रदेश में 14 नवम्बर, 2019 को आयोजित होने वाले सामूहिक विवाह का लक्ष्य 21 हजार निर्धारित किया गया है।
यह जानकारी प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री ने दी है। उन्होंने बताया कि विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि 14 नवम्बर, 2019 को आयोजित होने वाले सामूहिक विवाह कार्यक्रम से संबधित सभी आवश्यक तैयारियाॅ निर्धारित समय में ही पूर्ण की जायें इस महत्वपूर्ण कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की जाये। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये है कि निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष सामूहिक विवाह सम्पन्न कराया जायें इसका विशेष ध्यान रखा जाये। सामूहिक विवाह के आयोजन में जनपद के प्रभारी मंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक व जन प्रतिनिधि को अवश्य आमंत्रित किया जाये तथा उनसे इस कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग की अपील भी की जाये। उन्होंने बताया कि समाज में सर्वधर्म-समभाव तथा समाजिक समरसता को बढ़ावा देने हेतु राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना संचालित है। इस योजना के अन्तर्गत विभिन्न समुदाय एवं धर्मों के रीति-रिवाजों के अनुसार वैवाहिक कार्यक्रम सम्पन्न कराया जाता है। उन्होंने बताया कि 02 लाख रूपये वार्षिक आय सीमा के अन्तर्गत आने वाले परिवारों को इस योजना के अन्तर्गत आच्छादित किया जाता है। सभी वर्गों के जरूरतमंद निराश्रित परिवारों के कन्याओं के विवाह हेतु सामूहिक आयोजन किया जाता है। योजना के तहत विधवा, परित्यागता, तलाकशुदा महिलाओं के विवाह की भी व्यवस्था है।
श्री शास्त्री ने बताया कि इस योजना में दाम्पत्य जीवन में खुशहाली एवं गृहस्थी की स्थापना हेतु कन्या के खाते में 35000 हजार की धनराशि का अनुदान एवं विवाह संस्कार के लिए आवश्यक, सामग्री यथा कपड़े, बिछिया, पायल, बर्तन आदि पर 10 हजार रूपये की धनराशि से क्रय करते हुए प्रदान किया जाता है तथा प्रत्येक जोड़े के विवाह आयोजन पर 06 हजार की धनराशि व्यय किये जाने की व्यवस्था है, इस प्रकार योजना के अन्तर्गत एक जोड़े के विवाह पर कुल 51 हजार रूपये की धनराशि व्यय किये जाने की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत अभी तक 71378 जोड़ों का विवाह सम्पन्न कराया गया है।