अजय कुमार वर्मा
अयोध्या 25 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह ने सिंचाई, लघु सिंचाई, भूगर्भ जल एवं नमामि गंगे आदि विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए इन विभागों के अधीन संचालित विभिन्न कार्यक्रमों एवं निर्माण कार्यों को निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि नहरों का पानी अंतिम खेत तक पहुंचना चाहिए। इसलिए नहरों की सफाई आदि का कार्य प्राथमिकता के अधार पर सुनिश्चित किया जाय। इन कार्यों में किसी स्तर पर लापरवाही को गंभीरता से लिया जायेगा।
जलशक्ति मंत्री आज प्रयागराज के निरीक्षण भवन में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नहरों की सिल्ट की सफाई का कार्य शीघ्र पूरा किया जाय ताकि रबी की बुवाई में कोई व्यवधान न आये और किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जलशक्ति विभाग का इसलिए गठन किया है कि सिंचाई एवं पेयजल से संबंधित विभिन्न योजनाओं को तेजी से लागू करते हुए नल से जल एवं सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
डा0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि मौजूदा सूबे की सरकार जन समस्याओं के तेजी से निवारण के लिए कटिबद्ध है। राज्य सरकार किसानों को लाभकारी खेती के लिए हर तरह के संसाधन मुहैया करा रही है ताकि किसानों की आमदनी बढ़े और ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ हो। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने-अपने विभागों का भ्रमण कर योजनाओं को गति दें। इसके साथ ही मौके पर जाकर योजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी करें।
इसके पूर्व उन्होंने नमामि गंगे परियोजना के तहत सलोरी में निर्मित एस0टी0पी0 का निरीक्षण कर प्लाण्ट को पूरी क्षमता से चलाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्लाण्ट से संबंधित अधिकारी सरकार के मंशा के अनुरूप नमामि गंगे कार्यक्रम को लागू करें। इसमें किसी प्रकार की शिकायत को गंभीरता से लिया जायेगा। – केवल