वाराणसी।पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में सीएम योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंकना सपाईयों को भारी पड़ गया। सपाईयों ने जैसे ही सीएम योगी के पुतले में आग लगायी थी वैसे ही एक कार्यकर्ता भी उस आग की चपेट में आकर झुलस गया। सपाईयों का आरोप है कि पुलिस चार कार्यकर्ता को पकड़ कर अपने साथ ले गयी है।
झांसी में पुलिस एनकाउंटर में मारे गये पुष्पेन्द्र यादव को लेकर प्रदेश में सियासत तेज हो गयी है। अखिलेश यादव ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर हमला बोला है। इसी बीच बनारस में बुधवार को पुष्पेन्द्र एनकाउंटर के विरोध में सपा कार्यकर्ताओं ने सीएम योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंकने की तैयारी की थी। मैदागिन चौराहे पर पुतला फूंकने के लिए सपाई पहुंचे थे इसी बीच वहां पर पुलिस भी आ गयी। पुलिस व सपा कार्यकर्ताओं में पुतला दहन को लेकर नोकझोक हो गयी। सपाईयों ने किसी तरह पुतले का आग लगाया। पुतला के जलते ही उसकी आग ऋषि यादव नाम के कार्यकर्ता के कपड़े तक पहुंच गयी। आग लगते ही कार्यकर्ता झुलस गया। पुलिस ने तुंरत ही वहां से जले हुए पुतले को हटाया।
जानिए क्या है पुष्पेन्द्र यादव एनकाउंटर
मोंठ इंस्पेक्टर पर हमले के बाद हुआ था एनकाउंटर झांसी के थाना मोंठ के बमरौली तिराहा पर पांच अक्टूबर को मोंठ इंस्पेक्टर धमेन्द्र सिंह चौहान पर कुछ लोगों का हमला कर कार व मोबाइल छीनने का आरोप लगा था पुलिस का दावा था कि हमला विपिन, पुष्पेन्द्र व रविन्द्र इस हमले में शामिल थे। पुलिस की माने तो आरोपियों को पकडऩे के लिए फोर्स लगायी थी और पुलिस से बदमाशों की मुठभेड़ हुई थी और पुलिस का दावा है कि इसी एनकाउंटर में पुष्पेन्द्र यादव मारा गया था जबकि अखिलेश यादव ने इसे फर्जी एनकाउंटर बताते हुए बड़ा सियासी मुद्दा बना दिया है।