दिल्ली।पत्रकार संगठनो का यह ऐतिहासिक उपलब्धि है। देश के सबसे बड़े सूबे में वेब मीडिया जगत स्वयं को अनाथ समझ रहा था। वेब पोर्टल्स के पत्रकार स्वयं को उपेक्षित महसूस कर रहे थे। किंतु पत्रकार संगठनों के अनवरत प्रयास के क्रम में अब वेब मीडिया जगत को उसका वास्तविक हक प्राप्त होने जा रहा है।
इस संघर्ष में तमाम पत्रकार संगठन जैसे IFWJ, PTI, NUJ,UNI, IJU, INDIAN EXPRESS EMPLOYEE, DJU आदि ने भागीरथ की भूमिका निर्वाहित की है।
किन्तु IFWJ की अगुवाई में परमानंद पाण्डेय और हेमंत तिवारी जी द्वारा निभाई गयी शिल्पकार की भूमिका निःसंदेह प्रशंसनीय व अनुकरणीय है।
अनेकानेक बार जब समय, पत्रकार संगठनों के हौसलों को शिथिल करता नज़र आया, तब परमानंद पाण्डेय व हेमंत तिवारी जी के नेतृत्व ने महासंघ में साहस भरने का कार्य किया।
वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट के तहत प्रिंट के साथ इलेक्ट्रॉनिक और वेब मीडिया को शामिल करने का प्रस्ताव निःसंदेह स्वागत योग्य है। और यह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के स्वप्न डिजिटल इण्डिया के सोपानों का विस्तार भी है।
इस ऐतिहासिक प्रयास की प्रासंगिकता की समझते हुए उसे सार्थकता प्रदान करने वाले श्रम मंत्री संतोष गंगवार जी को विशेष रूप से धन्यवाद।