प्राचार्य के फरमान से छात्रों में आक्रोश

ओबरा/सोनभद्र(सतीश चौबे) स्थानीय छेत्र के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ओबरा के प्राचार्य डॉ प्रमोद कुमार के द्वारा बिना छात्र संघ की सहमति के महाविद्यालय में बीच सत्र के दौरान ड्रेस कोट व 75 फ़ीसद अटेंडेंस अनिवार्य होने का फ़रमान जारी कर दिया। प्राचार्य के इस फैसले से छात्र छात्राओं में बेहद आक्रोश व्याप्त है। शुक्रवार सुबह सैकड़ों छात्र छात्राओं ने प्राचार्य डॉ प्रमोद कुमार का घेराव किया। घेराव उपरांत छात्र प्रवेश द्वार पर धरने पर बैठ गए। जिन्हें पुलिस प्रशासन ने समझ बुझा कर शांत किया और प्राचार्य से वार्ता कराई। इस दौरान छात्र नेता रवि प्रकाश पाण्डेय ने कहा कि हमारा महाविद्यालय अभी इस बदलाव के लिए तैयार नहीं है। पिछले कई वर्षों से महाविद्यालय में वार्षिक उत्सव का आयोजन नहीं किया गया है, ना ही सन 2013 के बाद से महाविद्यालय की मैगजीन दीपशिखा पत्रिका का प्रकाशन हुआ है जबकि हर वर्ष प्रवेश शुल्क में प्रति छात्र 80 रुपए महाविद्यालय की पत्रिका दीपशिखा हेतु वसूला जाता है, महाविद्यालय
में सिर्फ़ नाम के लिए और फंड के लिए ही स्पोर्ट्स शुल्क भी वसूला जाता है जबकि कभी भी छात्र छात्राओं को खेलने के लिए वाली बॉल, बैडमिंटन, फ़ुटबॉल या कोई भी स्पोर्ट्स आइटम नहीं दिया जाता है, और ना ही महाविद्यालय में छात्र छात्राओं हेतु छात्रावास ही है, महाविद्यालय में केवल मात्र ओ बी सी छात्रावास है जिसकी हालत बहुत जर्जर है इसलिए 75 फ़ीसद अटेंडेंस अनिवार्य करने से पहले सभी वर्ग के छात्र छात्राओं के लिए छात्रावास की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। छात्र संघ निवर्तमान कला संकाय अध्यक्ष राहुल कुमार पाण्डेय ने कहा कि कालेज प्रशासन के द्वारा लगाए गए नियम,पहला छात्र-छात्राओं का 75 % उपस्थिति और दूसरा ड्रेस को पहन कर आने का छात्र संघ घोर निंदा व विरोध करता है ।क्योंकि हमारा महाविद्यालय अभी इसके लिए तैयार नहीं है अभी हाल ही में फीस में वृद्धि की
गई है और कई सारे अन्य शुल्क बढ़ाए गए हैं। अगर महाविद्यालय प्रशासन चाहते हैं कि छात्र-छात्राएं ड्रेस पहनकर आएं तो बढ़ाए गए पैसों में ही फ्री में ड्रेस बनवा कर दें दूसरा – हमारे महाविद्यालय में 90 से 100 किलोमीटर दूर से छात्र-छात्राएं पढ़ने आते हैं लेकिन टीचर ना होने के कारण पढ़ाई नहीं हो पाती है।सर्वप्रथम टीचरों की बढ़ोतरी कराई जाए छात्र-छात्राएं सिर्फ अपना उपस्थिति दर्ज कराने नहीं आते हैं वह महाविद्यालय में पढ़ने आते हैं। छात्र संघ वाणिज्य संकाय अध्यक्ष अनंत दत्त पाठक ने कहा कि छात्र छात्राएं बहुत दूर-दूर से आते हैं उनके लिए बस की व्यवस्था की जाए और एक कार्ड बनाया जाए जिसमें सभी छात्र छात्राओं का 50% भाड़ा माफ हो और समस्त वर्गों के लिए छात्रावास की व्यवस्था कराई जाए अगर महाविद्यालय सभी शर्तों को मानने के लिए तैयार है तभी सभी छात्र नेता गण एवं छात्र-छात्राएं उनके फैसले का सम्मान करेंगे अन्यथा सभी छात्र-छात्राएं एवं समस्त छात्र नेता गण इसका विरोध करेंगे। इस दौरान छात्र संघ के पूर्व महामंत्री अनिकेत श्रीवास्तव, छात्र नेता सतीश यादव, छात्र संघ अध्यक्ष हिमांशु यादव, छात्र नेत्री सिमरन जायसवाल, छात्र नेता अभिषेक सेठ, सतेंद्र गुप्ता, रजत मिश्रा, रामबली यादव, वैभव सिंह, मुकेश जायसवाल, आदि सैकड़ों छात्र मौजूद रहे।

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