लखनऊ। पीडब्ल्यूडी के जेई दिनेश पांडेय को आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) की वाराणसी टीम ने डेढ़ करोड़ रुपये के तारकोल गबन के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि यह मामला 10 साल से भी ज्यादा पुराना है और आरोपी जेई की डेढ़ साल से तलाश की जा रही थी। वहीं जेई की गिरफ्तारी पर एडीजी ईओडब्ल्यू ने वाराणसी टीम को पांच हजार रुपए के इनाम की घोषणा की है। एसपी ईओडब्ल्यू सत्येंद्र कुमार ने बताया जौनपुर स्थित लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड में सितंबर 2006 से सितंबर 2009 के बीच डेढ़ करोड़ से ज्यादा रुपए के बिटुमिन (तारकोल) की खपत फर्जी तरीके से दस्तावेजों में कर ली गई थी। साथ ही पूरी धनराशि का गबन भी कर लिया गया था। इस संबंध में जौनपुर जिले के लाइन बाजार थाना में वर्ष 2011 में मुकदमा दर्ज किया गया था। शिवपुर थाना के बसही के निवासी व चंदौली के सैयदराजा थाना के बेढ़वा गांव के मूल निवासी और जौनपुर जिले के लोक निर्माण विभाग के भंडार के जेई दिनेश पांडेय की शामिल होने की बात सामने आई। इसके बाद उसकी गिरफ्तारी के लिए निरीक्षक इंस्पेक्टर कमलेश्वर सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई। उन्होंने कहा कि डेढ़ साल के बाद पुलिस को सुराग हाथ आने पर दिनेश पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया। बता दें कि दिनेश पांडेय लगभग डेढ़ साल से फरार चल रहा था और बचने के लिए बार-बार अपना पता बदल कर अलग-अलग स्थानों पर रहता था। लगातार कोशिशों के बाद 6 माह के बाद दिनेश पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसपी ईओडब्ल्यू ने बताया कि पूरे प्रकरण में वांछित अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम छापेमारी कर रही है, जिनकी जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।