जिमेदार नही सुनते तो जनता को आगे आने का किया आह्वान
जन शक्ति जल शक्ति कार्यक्रम का हुआ आयोजन
म्योरपुर/सोनभद्र(विकास अग्रहरी)
नई दिल्ली।नई दिल्ली गांधी शान्ति प्रतिष्ठान मीटिंग हाल में सोमवार को आयोजित जन शक्ति जल शक्ति सम्मेलन में सोनभद्र के सोन,कनहर ,ठेमा नदियो में अबैध खनन और रिहंद जलाषय ,रेणुका नदी में औद्योगिक राख ,कचरा और पानी प्रदूषण का मुद्दा देश भर के 15 राज्यो और जेनेवा कोरिया के जल संरक्षण करने वाले कार्यकर्ताओ ओर झारखंड के कैबिनेट मंत्री अनेक नौकरशाहों और सांसदों के सामने उठाया गया।आजादी बचाओ आंदोलन से जुड़े गांधी वादी राम धीरज ने मंत्रियों ,विधायको और नौकरशाहों के सरक्षण में बालू के अबैध खनन का मुद्दा उठाया। जबकि पर्यावरण कार्यकर्ता और एन जी टी में प्रदूषण की लड़ाई लड़ने वाले जगतनारायण विश्वकर्मा ने रिहंद जलाषय में उधोगो द्वारा छोड़े जा रहे राखड़,और रासायनिक कचरे के ज़रिए दूषित करने करने और रेणुका नदी में मनमानी गंदगी छोड़ने का मुद्दा उठाया और बताया कि प्रदूषण से लाखों लोगों के स्वास्थ्य पर खतरा बढ़ गया है।लोग पागल पन,दिव्यांगता,कैंसर ,टीबी ,गर्भपात ,चर्म रोग के शिकार हो रहे है,लेकिन सरकार के जिमेदार अधिकारी और जन प्रतिनिधि यहां की गंभीर और जान लेवा समस्या पर संवेदनशील नही है जिससे मनमानी करने वालो के हौसले बुलंद है ।बताया कि एन जी टी के आदेश का भी पूर्णयता पालन नही किया जा रहा है । देश भर के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सोनभद्र की समस्या पर चिंता जताई और कहा कि जरूरत पड़ी तो वे वहां अनशन करने और प्रदूषण कम करने की मांग सरकार से करेंगे ।सोनभद्र सहित देश भर में वर्षा जल रोकने पर भी चर्चा की गयी।नई दिल्ली गांधी शांति प्रतिष्ठान सभगार में सोमवार को मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित जल पुरुष राजेन्द्र सिंह ,राणा,यूपी के पूर्व मुख्य सचिव दीपक सिंघल और मैं जन शक्ति जल शक्ति सम्मेलन में मौजूद रहे।