अमेठी 22 जुलाई 2019।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार किसानों के लिए चाहे जितना हमदर्दी दिखाएं पर उसके नौकरशाह उसकी हर योजनाओं को विफल करने में लगे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बार-बार अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं कि आवारा पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में रखा जाए किसानों को अवारा पशुओ से कोई परेशानी न हो कई बार इसके लिए मुख्यमंत्री ने समय सीमा भी तय की करोडो का बजट भी जारी किया लेकिन अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं है ।
अमेठी जिले की बात करूं तो ऐसा कोई गांव नहीं है जहां पर 15 से 20 आवारा पशु न मौजूद हो कई कई गांव में तो इनकी संख्या 40 से 50 तक है अवारा पशु किसानों को भुखमरी की कगार पर खड़ा कर दिए हैं उनकी फसल खा जा रहे हैं पर अधिकारी आंख कान बंद कर बैठे हुए हैं कमरे में बैठकर सरकार को फर्जी रिपोर्ट भेजते रहते हैं कि कहीं भी आवारा पशुओं की दिक्कत नहीं है ।
अमेठी के अधिकारी तो हिटलर जैसा व्यवहार कर रहे है अगर कहीं किसान आवारा पशुओ को लेकर आवाज उठाता है तो या तो उसके खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराया जाता है या तो एफ आई आर दर्ज कराने की धमकी दी जाती है सरकार के नौकरशाह किसानों को सुविधाएं देने के बजाय उनका उत्पीड़न कर रहे हैं।
अधिकारियो द्धारा किसानो के साथ जो बरताव किया जा रहा है उसका सीधा असर यूपी की सरकार पर पड रहा है सरकार बदनाम हो रही है किसानो मे सरकार के प्रति नाराजगी बढती जा रही है।