बलरामपुर ।
राप्ती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। हालात ये हैं कि नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। आसपास के गांव में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
जिले के तराई क्षेत्रों में तमाम गांवों में पानी घुस चुका है। जिले से गुजरने वाली राप्ती नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान को पार कर गया है। प्रति घंटा 2 सेंटीमीटर राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। अगर ऐसे ही नदी का जलस्तर बढ़ता रहा तो इस स्थिति भयावह हो सकती है।
जिले के तराई क्षेत्रों में मानसून की दस्तक के बाद से ही पहाड़ी नालों से आए पानी व लगातार हो रही बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं। महाराजगंज तराई क्षेत्र, शिवपुरा, हरैया व जिला मुख्यालय से तुलसीपुर को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग स्थित लौकहवा डिप पर भारी जलजमाव हो चुका है। जिससे आवागमन भी बाधित हो रहा है। शनिवार रात लगातार करीब आठ घंटे हुई भारी बारिश से राप्ती का जलस्तर भी खतरे के निशान को पार कर गया है। नदी खतरे के निशान से करीब 8 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। राप्ती भी आसपास के तमाम गांव को अपनी चपेट में लेने के लिए बेताब हो रही है।
राप्ती नदी का जलस्तर लगातार 2 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है। ऐसे हालात के बावजूद भी शासन व प्रशासन ने कोई भी सुरक्षा इंतजाम नहीं किए हैं। राप्ती नदी के तट पर रहने वालों ने बताया कि प्रशासन व शासन द्वारा अभी राप्ती नदी के तट पर एक भी नाव का इंतजाम नहीं किया गया है अगर बाढ़ आ जाती है तो तमाम लोगों की जान भी जा सकती है।
राप्ती नदी के तट के पास ही रहने वाले संतराम ने बताया कि बाढ़ का खतरा बना हुया है। कल बाढ़ कम थी, आज रात से पानी बढ़ ही रहा है। उन्होंने बताया कि अगर बाढ़ का पानी यूं ही बढ़ता रहा तो आसपास के क्षेत्रों में पानी घुस जाएगा और बड़ी समस्याएं उत्पन्न हो जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार द्वारा अभी तक कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है ।
ग्राम बंजारी के रहने वाले अरुण कुमार ने बताया कि शनिवाल को जब हम नदी पर आए थे तो नदी करीब 10 फिट खाली थी आज बाढ़ का पानी करीब 15 फीट बढ़ गया है। जैसे जैसे पानी बढ़ रहा है खतरा बढ़ता जा रहा है। शासन-प्रशासन ने ना तो नाव की व्यवस्था की है ना ही कोई इंतजाम है। उन्होंने बताया कि बाढ़ जैसे ही आएगी खतरा और बढ़ जाएगा। लोगो के घरों में पानी घुस जाएगा और लोग घर से निकल तक नहीं पाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि बाढ़ का पानी बढ़ने से आसपास के दर्जनों गांवों मन्नीपुरटिकुइया, सोनार, बलरामपुर देहात, धर्मपुर, बंजारी, गंगाडिहवा, गुर्जरपुरवा, सिसई, लौकहवा, रंजीतपुर, गांव चपेट में आ जाएंगे।
राप्ती नदी के तट पर स्थित देवी माता मंदिर के पुजारी अवधपुरी महाराज ने बताया कि यहां कोई व्यवस्था नहीं है। बाढ़ बहुत तेजी से आ रही है बाढ़ का पानी गांव में घुसने को बेताब है। उन्होंने यह भी बताया कि बाढ़ निश्चित ही आएगी। जिससे आसपास के दर्जनों गांव भीखमपुर, रामपुर मिर्जापुर, काफी प्रभावित होंगे।