विरोध के बाद भी पंडा दर्शनार्थियों को दर्शन पूजन कराते रहे
मिर्ज़ापुर। विश्व प्रसिद्ध माँ विंध्यवासनी धाम में को बनारस के काशी विश्वनाथ कारीडोर के तर्ज पर विकिसत करने के सरकार का सरकार ने मन बना लिया है। जिसके लिए मिर्जापुर जिला प्रशासन से एक सर्वे रिपोर्ट भी मांग लिया गया। सर्वे का काम शुरू भी कर दिया गया है। सरकार के इस नई नीति और सोच के विरोध में शनिवार को विंध्याचल पंडा समाज के लोगों ने दुकानें बंद कर व्यापक विरोध किया। बांह पर काली पट्टी बांधे सैकड़ों लोगों ने ये हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इनका कहना था कि सालों से चली आ रही परंपरा के खिलाफ यहां के मूलरूप को नष्ट करना सरकार की साजिश है। हम हर हाल में इसके विरोध में सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे। हालांकि विरोध के बाध भी पंडा दर्शनार्थियों को दर्शन पूजन कराते रहे।
⚡इधर जिला प्रशासन इस नये बदलाव को लेकर काफी उत्सुक दिख रहा है। कारीडोर बनाये जाने को लेकर व्यापक तौर पर सर्वे का काम किया जाना शुरू हो गया है। इधर मंदिर परिसर की तमाम दुकाने पूरी तरह से बंद रहीं। जिस कारण दर्शनार्थियों का काफी समस्या का सामना भी करना पड़ा। पटना से दर्शन पूजन करने आयी सुनीता का कहना था कि बंद के दौरान काफी परेशना हुई। विरोध की रणनाति की अगुवाई कर रहे संघर्ष समिति के अध्यक्ष व विंध्य पंडा समाज के पूर्व अध्यक्ष राजन पाठक का कहना है कि पिछले चार दिनों से जिला प्रशासन लगातार मंदिर व उसके आस पास घरों में घुस कर नपाई और सर्वे का काम कर रहा है। जिसकी वजह से लोग बहुत परेशान है। राजन का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो सैकड़ों लोग सड़क पर आ जायेंगे। वही सूत्रों का कहना है कि विंध्याचल मंदिर के विकास को लेकर खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी गंभीर हैं। शासन के द्वारा विंध्याचल के विकास की सर्वे रिपोर्ट माँगे जाने पर जिला प्रशासन सर्वे करा रहा है जिसमे सड़कों व गलियों के चौड़ीकरण और मंदिर से गंगा घाट तक विश्वनाथ मंदिर के तर्ज पर कॉरिडॉर बनाने का प्रस्ताव है।
⚡क्राइम जासूस “ब्रेकिंग न्यूज़” मिर्जापुर