दिल्ली।दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आगाह किया है कि अमेरिकी में बने तकनीकी उपकरणों को चीनी कंपनी हुआवेई को बेचने पर भारतीय कंपनियां प्रतिबंधों के दायरे में आ सकती हैं। हुआवेई पर अमेरिका ने राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पाबंदी लगाई है। इसको लेकर हुवावेई और चीनी कंपनी जेडटीई समेत छह प्रस्ताव सरकार को मिले हैं।
प्रसाद ने लोकसभा में कहा कि कोई भी भारतीय कंपनी अगर अमेरिका में बने उपकरणों, सॉफ्टवेयर, तकनीक को हुवावेई या उसके सहयोगियों को आपूर्ति करती है तो उसे अमेरिकी पाबंदियों के तहत जुर्माने या प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। 16 मई से लागू अमेरिकी प्रतिबंधों के तहत अमेरिकी कंपनियों को कोई उपकरण, सॉफ्टवेयर या तकनीक हुआवेई को बेचने से पहले अमेरिकी सरकार से मंजूरी लेनी होगी। इस कारण गूगल, आईबीएम जैसी दिग्गज अमेरिकी कंपनियों ने हुआवेई को सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की आपूर्ति रोकने की कवायद शुरू कर दी है।