पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में लेंगे विकाय कार्यों का जायजा, जानिए क्यों अधिकारियों में मचा है हड़कंप
वाराणसी। पीएम नरेन्द्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में जिस तरह से भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई शुरू की है उसका असर यूपी सरकार पर भी पड़ा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले ही काम नहीं करने वाले अधिकारियों को वीआरएस देने का निर्देश दिया है जिससे लापरवाह अधिकारियों की परेशानी बढ़ गयी है। सीएम योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर 22 को बनारस आने वाले हैं।
⚡सीएम योगी आदित्यनाथ वाराणसी मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। सीएम योगी के सख्त तेवर को देखते हुए अधिकारियों की नीद उड़ी हुई है। 22 जून को सीएम योगी आदित्यनाथ आजमगढ़ में बैठक करने के बाद शाम तक बनारस आयेंगे। सर्किट हाउस में समीक्षा बैठक करने के साथ बनारस के विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी कर सकते हैं। पीएम नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने के चलते यहां के विकास कार्यो पर पीएमओ की सीधी नजर होती है इसके बाद भी योजना की गति को लेकर अधिकारी स्तर से लापरवाही बरती जाती है। सीएम योगी रात्रि में बनारस में ही विश्राम करने के बाद 23 जनवरी को जौनपुर के विकास कार्यो की समीक्षा करेंगे। बनारस में सीएम योगी को ४० से अधिक बार आगमन हो चुका है लेकिन सरकार के नये तेवर को देखते हुए अधिकारी परेशान हो गये हैं। विकास कार्यो में गड़बड़ी मिलने पर अधिकारियों पर गाज भी गिर सकती है।
*यूपी चुनाव 2022 से पहले दिखना चाहिए काम*
बीजेपी के लिए यूपी सबसे महत्वपूर्ण राज्य है। यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 में होने वाले हैं। यूपी की सत्ता वापसी के लिए अखिलेश यादव व मायावती भी सक्रिय है। राहुल गांधी व प्रियंका गांधी की कांग्रेस भी अपनी ताकत बढ़ाने में जुटी है। ऐसे में बीजेपी को 2022 से पहले जमीन पर ठोस काम करके दिखाना होगा। ऐसे में सीएम योगी का बनारस दौरा विकास कार्यो को लेकर बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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