–जेल से वायरल हुई तस्वीरों से हिली अधिकारीयों की कुर्सी,सबकी बोलती बंद
-जेल प्रशासन छिपाता रहा अपराधियों के कारनामें
प्रयागराज। नैनी जेल से बीते दिनों पार्टी करते हुए अपराधियों की तस्वीर सामने आई, जिसके बाद से प्रशासन में खलबली मची हुई है । प्रशासन के इशारे पर एसटीएफ जेल के खेल पर अपना नजर जमाए हुए है ।दरअसल नैनी जेल में हुए अपराध को पुलिस छिपाने की कोशिश में रही है । पुलिस और एसटीएफ का हमेशा से दावा रहा कि नैनी जेल के अंदर मोबाइल का इस्तेमाल होता है। सर्विलांस की मदद से बड़े अधिकारियों को भी इसकी जानकारी होती रही है लेकिन जेल प्रशासन सब कुछ छिपाता रहा है ।
कई बड़े कारनामे छुपाये गये
नैनी जेल में खेल को छुपाने का पुराना इतिहास है यहां तक कि जेल में हुई हत्या को आत्महत्या करार दिया गया। लेकिन जेल के अंदर से पार्टी करने वाले अपराधियों की तस्वीर सामने आने के बाद से सूबे में मंत्रालय से लेकर जेल के अधिकारीयों तक की कुर्सी निशाने पर है और अपराधियों की निगरानी में एसटीएफ भी चौकन्नी है। नैनी जेल में बंद कई शातिर अपराधियों पर एसटीएफ की नजर है । सेंट्रल जेल में इन दिनों कई नामी और कुख्यात अपराधी बंद है जिसमें पूर्वांचल के अपराधियों की लंबी लिस्ट है। वही माफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव, छोटा राजन के बेहद करीबी माने जाने वाले खान मुबारक के गुर्गे पर बाहुबली अतीक अहमद के कई कार खास शामिल है।
*जेल में चल रहे खेल का तस्वीरों ने किया भंडाफोड़*
एसटीएफ के सूत्रों की माने तो जेल में बंद पूर्वांचल के अपराधी जेल से छात्र नेताओं के संपर्क में है, जिनके जरिए जरायम की दुनिया में बड़े का काम कराए जाते रहे हैं। जिसकी भनक लगने पर एसटीएफ एक बार फिर एक्टिव हो गई और जेल के अंदर चल रहे पूरे खेल पर अपनी नजर बनाये हुए है। बीते दिनों हुई कई बड़ी वारदातों के तार जेल से जुड़े है लेकिन हर बार जेल प्रशासन नकारता रहा है लेकिन पहले बाहुबली अतीक का देवरिया जेल में व्यापारी के साथ किया गया कारनाम और फिर नैनी जेल से वायरल हुई तस्वीर के चक्कर में जेल के अधिकारीयों की बोलती बंद हो गई।
*इन घटानाओं से बढ़ी संदिग्धता*
2008 में बंसीलाल नाम की मुजरिम को रेप केस में सजा हुई जिसे रायबरेली जेल से 2012 में नैनी जेल भेजा गया। बंसीलाल की मौत नैनी जेल में हुई ,बंसीलाल की बॉडी बाथरूम में फांसी पर लटकी हुई मिली। लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तब बंसीलाल का गला घोट कर हत्या की गई थी। लेकिन जेल प्रशासन ने इसे हत्या को आत्महत्या बताकर मामले को दबा दिया। वही 12 नवंबर 2017 को जेल के अंदर बंद कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर आरडीएक्स हमला करने के आरोपी राजेश पायलट को नैनी जेल के हाई सिक्योरिटी में मारा गया। राजेश पायलट पर खूंखार अपराधी उधम सिंह ने कैंची से हमला कर दिया, राजेश पायलट गंभीर रूप से घायल हो गया।एसटीएफ में तैनात एक अधिकारी की मानें तो जेल के अंदर से चल रही वारदातों पर पूरी निगरानी है। कौन किससे कब मिल रहा है जेल में किस अपराधी के पास किस का आना जाना है सारा डाटा कलेक्ट किया जा रहा है।