अलीगढ़ हत्याकांड: कल तक था ‘प्यार’, आज तीन फर्लांग दूर ‘दुश्मन’ की दीवार

अलीगढ़।

★ बच्ची हत्याकांड के बाद उस तरफ के लोग भी खौफ में, समुदाय विशेष के परिवारों का पलायन

ऐसा नहीं कि रंजिश कोई पुश्तैनी है। कल तक दोनों रिश्ते कितने गहरे रहे होंगे, इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बच्ची के पिता ने उन्हें रुपये उधार दिए। यह सब बेहतर रिश्तों में ही संभव रहा होगा। मगर दोनों में तकरार, बात बेइज्जती तक हुई तो दोनों परिवारों में दुश्मनी की दरार ऐसी पड़ी कि बच्ची की जान चली गई। तीन फर्लांग की दूरी पर बने जाहिद के घर की ओर देखने भर से दुश्मनी का अहसास होता है। इसी दुश्मनी की वजह से जाहिद के आसपास रहने वाले उसी समुदाय के दूसरे परिवार भी दहशत में रहने लगे हैं और कुछ लोग तो वहां से पलायन तक कर गए हैं।

हत्या कांड में समुदाय विशेष के आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कस्बे के समुदाय विशेष के लोगों में दहशत ओर भय का माहौल बन गया है। बच्ची व आरोपियों के घरों में मात्र तीन घरों की दूरी है। पुलिस की लगातार हो रही दबिश ओर बहुसंख्यक समुदाय द्वारा उनके क्षेत्र में किए जा रहे प्रदर्शन को देखते हुए विशेष समुदाय के लोग अपने को असुरक्षित महसूस करते हुए काफी संख्या में परिवार के लोग अपने घरों से ताला लगा कर परिवार के साथ किसी अन्य स्थान के लिए पलायन कर गए हैं। वही इसको लेकर कस्बा व क्षेत्रीय लोगों के बीच तरह तरह की चर्चा और अफवाहों का माहौल बना हुआ है। जब इन परिवारों का कोई दोष नहीं तो यह परिवार क्यों भयभीत होकर पलायन कर रहे हैं। जो लोग यहां से घर छोड़कर गए हैं, उनमें मकसूद खां, इरफान, मुजम्मिल, बिंदु खां के परिवार शामिल हैं।

★ कुछ परिवार हत्याकांड के विरोध में भी आए

मुस्लिम समाज कुछ लोगों ने हत्या कांड की कड़े शब्दों में निंदा भी की है। मुस्लिम समाज की ओर से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की। यहां मुस्लिम समाज ने कहा कि हम तो सालों से एक साथ रहते हुए आए हैं। कस्बे में पहले भी सांप्रदायिक सौहार्द बना रहा है। निराले खां ने कहा कि मुस्लिम समाज का प्रत्येक नागरिक इस घिनौनी हरकतों की निंदा करता है। समाज ये गुजारिश करता है कि इस घिनौने हत्याकांड में जो आरोपी हों, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। इस दुख की घड़ी में हम परिजनों के साथ खड़े हैं। अल्लाह से प्रार्थना करते हैं कि वह परिजनों को हिम्मत दे, ताकि वह सहन कर सके। हम पीड़ित परिवार के साथ हर तरीके से प्रत्येक समय सहयोग करने के लिए तैयार हैं। इस मौके पर अजीज खां, बबले खां, मतीन खां, फुरकान, पप्पू, डॉ. यामीन, मुबीन खां, सुलतान खां, छुट्टन हाजी आदि मौजूद रहे।

Translate »