मालदीव।विश्व मे आतंकवाद सबसे बड़ी चुनौती है। आतंकवादियों के न तो अपने बैंक होते हैं और ना ही हथियारों की फैक्टरी, फिर भी उन्हें धन और हथियारों की कभी कमी नहीं होती। राष्ट्र द्वारा प्रायोजित आतंकवाद आज विश्व के सामने सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह बातें मालदीव की संसद में कहीं। इस मौके पर उन्होंने भारत-मालदीव के रिश्तों को इतिहास से भी पुराना बताया। पीएम मोदी ने कहा, “भारत और मालदीव के संबंध इतिहास से भी पुराने हैं। सागर की लहरें हम दोनों देशों के तटों को पखार रही हैं। ये लहरें हमारे लोगों के बीच मित्रता का संदेश-वाहक रही हैं। हमारी संस्कृति इन तरंगों की शक्ति लेकर फली-फूली हैं।”हम विश्वास दिलाना चाहते है कि भारत का हर नागरिक मालदीव के साथ खड़ा है।मालदीव की संसद में मोदी ने कहा, “आपके बीच मैं जोर देकर कहना चाहता हूं कि मालदीव में लोकतंंत्र की मजबूती के लिए भारत और हर भारतीय आपके साथ था और साथ रहेगा। भारत में भी हाल ही में मानव इतिहास की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया पूरी की। 130 करोड़ भारतीयों के लिए यह सिर्फ चुनाव नहीं, लोकतंत्र का महोत्सव था। दो-तिहाई से ज्यादा यानी 60 करोड़ मतदाताओं ने वोट किया। मेरी सरकार का मूलमंत्र सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास है। यह सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विश्व में मेरी सरकार की विदेश नीति का यही आधार है। पड़ोसी हमारी प्राथमिकता हैं और इसमें मालदीव की प्राथमिकता स्वाभाविक है।