जनता-जनार्दन के अपार उत्साह और समर्थन का परिणाम है कि 6 चरणों के बाद विरोधी दलों की हालत पस्त है और उनके नेताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर है-मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उत्तर प्रदेश के हैबतपुर (बलिया) और बिहार के बक्सर में आयोजित विशाल जन-सभाओं में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु।

जनता-जनार्दन के अपार उत्साह और समर्थन का परिणाम है कि 6 चरणों के बाद विरोधी दलों की हालत पस्त है और उनके नेताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर है। इसलिए मोदी को गाली देने का कंपटिशन तेज़ हो गया है। वे जीत तो सकते नहीं, गाली देकर ही अपने मन की भड़ास निकाल रहे हैं।
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इस बार का लोक सभा चुनाव सिर्फ ये तय करने के लिए नहीं है कि कौन सा दल या गठबंधन जीतेगा, बल्कि ये चुनाव तय करेगा कि आने वाले वर्षों में भारत कितनी तेजी से विकास करेगा। ये चुनाव 21 वीं सदी के हमारे बच्चों का भविष्य तय करेगा।
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महामिलावटी पूछ रहे हैं कि मोदी की जाति क्या है? महामिलावटियों, मेरी एक ही जाति है और वह – गरीबी और मैं पैदा भले ही अति पिछड़ी जाति में हुआ हूँ, लेकिन मेरा लक्ष्य पूरे देश को दुनिया में अगड़ा बनाने का है।

मैं लंबे समय तक गुजरात में मुख्यमंत्री रहा, पांच साल से प्रधान सेवक हूँ लेकिन एक पल के लिए भी न मैं अपने लिए जिया हूँ और न ही अपने रिश्तेदारों के लिए। मेरे लिए तो 130 करोड़ देशवासी ही मेरे परिवार हैं।

मैं इन महामिलावटियों को खुली चुनौती देता हूँ – ये लोग दिखा दें कि मैंने कोई बेनामी संपत्ति जमा की है, कोई फार्म हाउस बनाया है क्या? कोई शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनवाया है या विदेशी बैंकों में पैसे जमा करवाए है क्या? विदेश में कोई संपत्ति खरीदी है क्या? लाखों-करोड़ों की गाड़ियां खरीदी हैं या, करोड़ों के बंगले बनाए है क्या?

मेरी जाति गरीबी है, इसलिए मैंने गरीबी के खिलाफ बगावत की है। मैंने अपनी मां को रसोई में धुएं से जूझते देखा है। शौचालय न होने से महिलाओं को पीड़ा सहते देखा है। बरसात के मौसम में टपकती छत के कारण दिन-रात जागते परिवारों को देखा है। पैसे के अभाव में इलाज के लिए गरीब के खेत को बिकते देखा है।

मैंने गरीबी और पिछड़ेपन के दर्द को जीया है, इसलिए मैं नहीं चाहता कि आपकी संतान भी पिछड़ी हुई जिंदगी जीने को मजबूर हो। मैं नहीं चाहता कि आपकी संतानों को विरासत में पिछड़ापन और गरीबी मिले। पीढ़ी-दर-पीढ़ी चली आ रही इस दयनीय स्थिति को मुझे बदलना है।

महामिलावटियों ने नामी और बेनामी संपत्ति का अंबार लगाया है जिसका हिसाब एजेंसियां ले रही हैं। यही कारण है कि कभी एक दूसरे को पानी पी-पी कर गालियां देने वाले आज महामिलावट करने पर मजबूर हैं।

आजादी के बाद, हमारी पहली ऐसी सरकार है जिसने गांवों के बारे में इतना सोचा है, इतना काम किया है। हम देश के हर गांव तक सड़क पहुंचाने के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं। आपके इस सेवक ने आपके इलाज की चिंता को समझा और इसी वजह से आज आयुष्मान भारत आपके सामने है

एनडीए की सरकार ने जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से अपनी एजेंसियों को, अपने सपूतों को खुली छूट दी जिसके कारण आज पंक्ति में खड़े व्यक्ति को सशक्त करने के लिए जुटा हूँ

बलिया।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के हैबतपुर (बलिया) और बिहार के बक्सर में आयोजित विशाल जन-सभाओं को संबोधित किया और कांग्रेस सहित पूरे महामिलावटियों पर देश के विकास और देश की सुरक्षा व सम्मान के साथ खिलवाड़ करने को लेकर जम कर हमला बोला।

मोदी ने कहा कि जनता-जनार्दन के अपार उत्साह और समर्थन का परिणाम है कि 6 चरणों के बाद विरोधी दलों की हालत पस्त है और उनके नेताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर है। इसलिए ही मोदी को गाली देने का कंपटिशन तेज़ हो गया है। वे जीत तो सकते नहीं, गाली देकर ही अपने मन की भड़ास निकाल रहे हैं। महामिलावट वाले सपा हो, बसपा हो, कांग्रेस हो या राजद – ये मोदी को गाली देने में जुटे हैं। ऐसा कोई दिन नहीं है, जब मोदी के लिए इनके मुंह से गाली नहीं निकलती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार का लोक सभा चुनाव चुनाव सिर्फ ये तय करने के लिए नहीं है कि कौन सा दल या गठबंधन जीतेगा, बल्कि ये चुनाव तय करेगा कि आने वाले वर्षों में भारत कितनी तेजी से विकास करेगा। ये चुनाव 21 वीं सदी के हमारे बच्चों का भविष्य तय करेगा। ये महामिलावट वाले कभी भारत की विकास की बात करते हैं क्या? ये लोग सिर्फ और सिर्फ अपना हित करना जानते हैं, गरीबों का नहीं। इन लोगों ने समझ लिया है कि कुछ जातियां उनकी गुलाम हैं, जैसे कहेंगे, उस जाति के लोग वैसा ही करेंगे। ये महामिलावटी लोग वे लोग हैं जिन्होंने दशकों तक गरीबों के नाम पर वोट बटोरे, बड़े-बड़े पद हासिल किए लेकिन जब काम करने की बारी आई, तो सबसे पहले वे गरीबों को ही भूल गए।

श्री मोदी ने कहा कि महामिलावटी पूछ रहे हैं कि मोदी की जाति क्या है? महामिलावटियों, मेरी एक ही जाति है और वह – गरीबी और मैं पैदा भले ही अति पिछड़ी जाति में हुआ हूँ, लेकिन मेरा लक्ष्य पूरे देश को दुनिया में अगड़ा बनाने का है। उन्होंने कहा कि मैं लंबे समय तक गुजरात में मुख्यमंत्री रहा, पांच साल से प्रधान सेवक हूँ लेकिन एक पल के लिए भी न मैं अपने लिए जीया हूँ और न ही अपने रिश्तेदारों के लिए। मेरे लिए तो 130 करोड़ देशवासी ही मेरे परिवार हैं। बुआ-बबुआ दोनों मिलकर जितने साल मुख्यमंत्री नहीं रहे, उससे कहीं ज्यादा समय मैं गुजरात का सीएम रहा हूँ। मैंने अनेक चुनाव लड़े और लड़ाए हैं लेकिन कभी अपनी जाति का सहारा नहीं लिया। ये महामिलावटी लोग भी गरीबी से निकले थे, लेकिन इन लोगों ने आज हजारों करोड़ों की संपत्ति खड़ी कर ली है। मैं इन महामिलावट वालों को खुली चुनौती देता हूँ – ये लोग दिखा दें कि मैंने कोई बेनामी संपत्ति जमा की है क्या कोई फार्म हाउस बनाया है क्या? कोई शॉपिंग कॉंप्लेक्स बनवाया है क्या? विदेशी बैंकों में पैसे जमा करवाए है क्या? विदेश में कोई संपत्ति खरीदी है क्या? लाखों-करोड़ों की गाड़ियां खरीदी हों, करोड़ों के बंगले बनाए है क्या? उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका विकास हमारा मंत्र है और सबको सुरक्षा, सबको सम्मान हमारा प्रण। इसी लक्ष्य पर चलते हुए एनडीए ने हर वर्ग, हर क्षेत्र के विकास के लिए काम किया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने गरीबी और पिछड़ेपन के दर्द को जीया है, इसलिए मैं नहीं चाहता कि आपकी संतान भी, आपकी तरह पिछड़ी हुई जिंदगी जीने के लिए मजबूर हो। मैं नहीं चाहता कि आपकी संतानों को विरासत में पिछड़ापन मिले। मैं नहीं चाहता कि आपके बच्चों को विरासत में गरीबी मिले। पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही इस दयनीय स्थिति को मुझे बदलना है। जो दर्द आप आज सह रहे हैं, वो मैंने खुद से सहे हैं। मैं, मेरा पिछड़ापन, मेरी गरीबी दूर करने नहीं, आपके लिए जीता हूँ, आपके लिए जूझता हूँ। इसलिए मुझे विश्वास है कि इस परिस्थिति को बदलने में हम सफल होंगे। हमारी सरकार की हर योजना के केंद्र में गांव और गरीब रहे हैं।

श्री मोदी ने कहा कि महामिलावटी लोगों ने कैसी राजनीति की है, सत्ता के नाम पर कैसे आपको धोखा दिया है, लूटा है, आप इसे भली-भांति जानते हैं। इन लोगों ने जाति की राजनीति के नाम पर अपने और अपने रिश्तेदारों के लिए बंगले खड़े किए हैं, महल बनाए हैं। महामिलावटियों ने नामी और बेनामी संपत्ति का अंबार लगाया है, जिनका पूरा हिसाब एजेंसियां ले रही हैं। यही कारण है कि कभी एक दूसरे को पानी पी-पी कर भद्दी-भद्दी गालियां देने वाले आज महामिलावट करने पर मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद, हमारी पहली ऐसी सरकार है जिसने गांवों के बारे में इतना सोचा है, इतना काम किया है। हम देश के हर गांव तक सड़क पहुंचाने के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं। दशकों से गरीब पैसे के अभाव में बिना इलाज ही तड़पता रहा। इलाज के लिए घर-बार तक बिक जाता था, लेकिन ये महामिलावटी आपको झूठे नारे ही देते रहे। आपके इस सेवक ने इलाज की आपकी चिंता को समझा और इसी वजह से आज आयुष्मान भारत आपके सामने है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बलिया जिस प्रकार गुलामी के खिलाफ बागी हुआ, वैसे ही मोदी भी गरीबी से लड़ते-लड़ते गरीबी के खिलाफ ही बागी हो गया। मेरी जाति गरीबी है और इसलिए मैंने गरीबी के खिलाफ बगावत की है। मैंने अपनी मां को रसोई में धुएं से जूझते हुए देखा है। शौचालय न होने की वजह से घर औऱ आस-पड़ोस की महिलाओं को पीड़ा सहते देखा है। बरसात के मौसम में टपकती छत के कारण दिन-रात जागते परिवारों को देखा है। पैसे के अभाव में इलाज के लिए गरीब के खेत बिकते देखा है। मिट्टी के तेल की ढिबरी में पढ़ाई कितनी मुश्किल होती है, मुझे पता है। यही वो अनुभव थे जिन्होंने मुझे गरीबी के खिलाफ बगावत के लिए प्रेरित किया। गरीबी की प्रेरणा से ही सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया, ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया।

श्री मोदी ने कहा कि एनडीए की सरकार ने जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से अपनी एजेंसियों को, अपने सपूतों को खुली छूट दी जिसके कारण आज देश के भीतर भी सफाई हो रही है और सीमापार भी। ये नया हिन्दुस्तान है, ये आतंकियों को घर में घुसकर मारता है। इसलिए पहले सर्जिकल स्ट्राइक हुई औऱ फिर एयर स्ट्राइक की। आज आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को हम सीमा के उस पार लेकर गए हैं। आपने सपा-बसपा की और कांग्रेस की महामिलावट को इस चुनाव में आतंक पर या राष्ट्र रक्षा पर बोलते सुना है क्या? महामिलावटी तो सिर्फ सपूतों के शौर्य पर सवाल उठाते हैं और पाकिस्तान के नापाक सबूतों पर विश्वास करते हैं। एक तरफ हम आतंकियों और नक्सलियों के खिलाफ सफाई अभियान में जुटे हैं, वहीं दूसरी तरफ महामिलावट वाले उनको बचाने में लगे हैं। ये लोग भारत के टुकड़े-टुकड़े करने की इच्छा रखने वालों को, पत्थरबाज़ों के समर्थकों को, नक्सलियों के समर्थकों को खुला लाइसेंस देना चाहते हैं। ये महामिलावटी देश की अखंडता और सुरक्षा को दांव पर लगाने निकले हैं। इन्हें रोकना, हम सभी का कर्तव्य है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल और पूर्वी भारत के विकास पर हमने विशेष ध्यान दिया है, विशेषतौर पर कनेक्टिविटी को सशक्त किया है। आज यहां ट्रेनों की आवाजाही बढ़ी है, रेल लाइनों का बिजलीकरण हुआ है, बलिया से वाराणसी का सफर आसान हुआ है। जब कनेक्टिविटी अच्छी होती है तब उद्योगों की संभावनाएं बढ़ती हैं। हमारी सरकार ने मोबाइल कनेक्टिविटी पर भी बहुत जोर दिया है। मोबाइल फोन आज घर-घर पहुंचा है, जिसके कारण भोजपुरी गीत-संगीत और सिनेमा को भी बहुत लाभ हुआ है। पहले की सरकार 2G घोटाले में व्यस्त थी और हमने 4G को गरीब से गरीब तक पहुंचाया है।

श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस हो या आरजेडी, इनकी सोच में ही खोट है। ये 21वीं सदी के भारत को नहीं समझ सकते। ये बिहार को, देश को अंधेरे में ही रखना चाहते हैं। इनकी इस कोशिश के बीच, एनडीए का प्रयास, घर-घर को रोशन करने का है। उन्होंने कहा कि मैं तो मां, बहनों और बेटियों के सम्मान में खड़ा हूँ। मैं गरीब के आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए खड़ा हूँ। मैं समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति को सशक्त करने के लिए जुटा हूँ।

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