कोलकाता ।
श्रीलंका की तरह देश के पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश में बुद्ध पूर्णिमा के दिन आतंकी संगठन आइएस (इस्लामिक स्टेट) तथा जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के आंतकी बौद्ध एवं हिंदू मंदिरों पर आत्मघाती हमले की साजिश रच रहे हैं। हमले के लिए गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का इस्तेमाल किया जा सकता है। हमले की आशंका को लेकर इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) की ओर से जारी अलर्ट के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है।
ज्यादा नुकसान के लिए धार्मिक स्थलों को बना सकते हैं निशाना
राज्य सरकार को मिली खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों को निशाना बना सकते हैं। दो सप्ताह पहले आइएस के मिले एक टेलीग्राम संदेश में पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश को दहलाने की बात कही गई थी। शुक्रवार को आइबी की रिपोर्ट मिलने के बाद राज्य सरकार ने पुलिस को एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद ही राज्य के बड़े बौद्ध और हिंदूमंदिरों की सूची तैयार कर पुलिस ने निगरानी शुरू कर दी है। साथ ही संदिग्ध इलाकों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
★अलर्ट मिलने पर सुरक्षा व्यवस्था की गई पुख्ता
सूत्रों के अनुसार अलर्ट मिलने के बाद पुलिस के खुफिया विभाग ने कालीघाट, तारकेश्वर, दक्षिणेश्वर, तारापीठ समेत राज्य के महत्वपूर्ण मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी है। लोकसभा चुनाव के बीच ही आइबी के अलर्ट ने राज्य की पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की नींद उड़ा दी है। इससे पहले ही आइएस ने पोस्टर लगाकर पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में आतंकी हमले की धमकी दी थी। आतंकी संगठन ने अबू अहमद अल बंगाली नामक सदस्य को पश्चिम बंगाल एवं बांग्लादेश की जिम्मेदारी सौंपी है।
गौरतलब है कि श्रीलंका ने ऐसे ही एक अलर्ट को बहुत गंभीरता से नहीं लिया था, जिसके चलते ईस्टर के मौके पर वहां आतंकी बड़ी वारदात हुई थी। श्रीलंका के गिरजाघरों और होटलों में हुए सीरियल ब्लास्ट में 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी ।