नई दिल्ली. बीसीसीआई के लोकपाल डीके जैन हितों के टकराव के मामले में नया आदेश जारी किया है। लोकपाल ने कहा है कि सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण को अगर सुनवाई के लिए बुलाते हैं तो बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी और कानूनी टीम भी इस दौरान मौजूद रहेगी। इससे पहले दोनों खिलाड़ियों ने मामले में अपना जवाब देते हुए हितों के टकराव के आरोपों को खारिज कर दिया है। डीके जैन ने 28 अप्रैल तक दोनों खिलाड़ियों और बीसीसीआई से लिखित में स्पष्टीकरण मांगा था।
बीसीसीआई ने कहा, “नीति में कोई बदलाव नहीं किया गया। सौरव गांगुली के मामले की तरह ही अगर तेंदुलकर और लक्ष्मण बुलाए जाते हैं तो राहुल जौहरी और कानूनी टीम भी वहां रहेगी। इस मामले में बीसीसीआई निश्चित रूप से एक पक्षकार है।”
मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ के सदस्य ने शिकायत की थी
तेंदुलकर-लक्ष्मण को मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के सदस्य संजीव गुप्ता द्वारा दायर की गई शिकायत पर नोटिस भेजा गया था। दोनों पर आईपीएल टीम में सलाहकार और सीएसी के सदस्य के रूप में दोहरी भूमिका के आरोप लगे थे।
सचिन-लक्ष्मण क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य हैं
दोनों खिलाड़ी आईपीएल फ्रेंचाइजी में मेंटर और बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्य के तौर पर काम कर रहे हैं। सचिन मुंबई इंडियंस और लक्ष्मण सनराइजर्स हैदराबाद के मेंटोर हैं।
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