वैज्ञानिकों ने चावल का नया पौधा विकसित किया, अधिक पैदावार के साथ बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा नहीं

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साइंस डेस्क. चीनी वैज्ञानिकों ने चावल का ऐसा पौधा विकसित किया है जिसकी पैदावार बहुत अधिक है और यह डिजीज रेसिस्टेंस है। नेनजिंग एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने इसका खेती की है। खेती अनुवांशिकी के क्षेत्र में काम कर रहे शोधकर्ता प्रोफेसर येंग डॉन्गलेई के मुताबिक चावल में ऐसा जीन है जिससे इसकी बंपर पैदावार होती है और इस पर बैक्टीरिया के संक्रमण का असर नहीं होता है।

  1. शोधकर्ता प्रोफेसर येंग डॉन्गलेई के अनुसार, इसमें जीन IPA1 है। जब इसके जीन में जब miR-156 की गिरावट आती है और IPA1 की बढ़त होती है तो बीज में अंकुरण और विकास तेजी से होता है। इसकी डिजीज रेसिस्टेंस पावर में भी बदलाव होता है और चावल में होने वाली आम बीमारी बैक्टीरियल ब्लाइट ऑफ राइस का खतरा न के बराबर रह जाता है।

  2. शोधकर्ताओं का कहना है कि चावल की डिजीज रेसिस्टेंस पावर बढ़ाने पर इसकी उत्पादन क्षमता पर फर्क पड़ता है। इसे दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। शोधकर्ताओं ने चावल की इस प्रजाति को हिप नाम दिया है। शोधकर्ता के अनुसार जीन miR-156-IPA1 पैदावार और बीमारी से बचाव के बीच सामंजस्य बिठाने का काम करता है।

  3. नेचुरल प्लांट जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, चावल में बैक्टीरियल इंफेक्शन न होने पर नया पौधे में बढ़त काफी बेहतर होती है। इसका तना काफी मोटा और बालियां काफी बड़ी होती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि यह जीन चावल की खेती में बदलाव लेकर आएगा।

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      China develops new rice strain with high yield disease resistance

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