लाइफस्टाइल डेस्क. कोर्ट में अब रोबोट फैसला सुनाएंगे। उत्तरी यूरोप के एस्टोनिया में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से लैस रोबो-जज तैयार बनाए गए हैं जो निचले कोर्ट में लंबित पड़े मामलों को निपटाने का काम करेंगे। रोबोट की मदद से सुनाए गए सभी फैसले लीगल माने जाएंगे। प्रार्थी के पास अधिकार रहेगा कि वह मानव जज से फैसले के लिए अपील कर सकता है।
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रोबोट जज साढ़े पांच लाख रुपए से कम के विवादों की सुनवाई करेगा और इससे अधिक राशि वाले मामलों की सुनवाई मानव जज करेंगे ताकि उन्हें काम करने के लिए अधिक समय मिल सके। एस्टोनिया में केवल 14 लाख नागरिक होने के बावजूद तकनीक को अपनाने के साथ डिजिटलीकरण करने वाला यह अग्रणी देश है।
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रोबोट कानूनी दस्तावेजों को समझेगा और उनका विश्लेषण करने के बाद ही फैसला सुनाएगा। यह कानूनी भाषा को बेहतर तरीके से समझ सके इसके लिए प्राेग्रामिंग के साथ ट्र्रेनिंग भी दी गई है। तकनीकी टीम इससे जुड़ी जानकारी और प्रोटोकॉल जारी कर रही है जिसे कानून विशेषज्ञों की सलाह के बाद बदला भी जाएगा।
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प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है लेकिन यह कब से सुनवाई शुरू करेगा इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मई तक इसकी घोषणा हो सकती है।
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एस्टोनिया के चीफ डाटा ऑफिसर ऑट वेल्सबर्ग के मुताबिक, हम सरकार को और बेहतर बनाना चाहते हैं।वेल्सबर्ग के मुताबिक, कुछ लोगों को चिंता सता रही है कि धीरे-धीरे कर्मचारियों की संख्या कम होने पर सुविधा की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा लेकिन ऐसा नहीं है, इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारी मदद करेगा।
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देश में पहले ही रोबोट की मदद से कई सुविधाएं दी जा रही हैं। नेशनल आईडी कार्ड सिस्टम, ई-वोटिंग और डिजिटल टैक्स फाइलिंग जैसे काम रोबोट कर रहे हैं। एस्टोनिया का वित्त मंत्रालय आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी को लीगल करके रोबोट एजेंट बनाने की तैयारी कर रहा है। जो एक लीगल पर्सनैलिटी की तरह काम करेगा।
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