लाइफस्टाइल डेस्क. महंगे टूर और छुट्टियों पर जाने के मामले में भारतीय दुनिया में सबसे आगे हैं। भारत ने महंगी ट्रिप के मामले में अमेरिका और चीन को पीछे छोड़ दिया है। वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म काउंसिल की हाल ही में जारी रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 में 17 लाख कराेड़ रुपए के साथ ट्रैवल एंड टूरिज्म ने देश की जीडीपी में 9.2% का योगदान किया। रिपोर्ट में इसका भी खुलासा हुआ कि अन्य देशों की अपेक्षा भारत के लोग बिजनेस ट्रैवल पर 5% ज्यादा खर्च करते हैं। वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म काउंसिल दुनियाभर के निजी क्षेत्रों के पर्यटन पर निगाह रखती है। यह संस्था हर देश के ट्रैवल और टूरिज्म के जीडीपी में योगदान का पता लगाती है।
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भारत में 2018 में सबसे ज्यादा 87% महंगी छुट्टियां घरेलू ट्रैवल के दौरान बिताई गईं, जबकि 13% योगदान अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का रहा। पिछले साल के मुकाबले भारतीय पर्यटन क्षेत्र ने राष्ट्रीय स्तर पर 6.7% और वैश्विक स्तर पर 3.9% की दर से ग्रोथ दर्ज की।
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काउंसिल के अध्यक्ष और सीईओ ग्लोरिया ग्वेरा ने कहा कि पिछले 10 सालों में भारतीय पर्यटन क्षेत्र में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। 2008 की तुलना में जीडीपी में होने वाला योगदान अब करीब दोगुना हो गया है। इस लिहाज से भारत महंगी ट्रिप पर जाने वाले देशों में ग्लोबल लीडर बनकर उभरा है।
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पर्यटन की वजह से रोजगार की संख्या भी 8.1% बढ़कर 2 करोड़ से ज्यादा हो गई है। भारत ने अपनी कुल जीडीपी का 94.8% पर्यटन पर खर्च किया। वहीं अमेरिका और चीन क्रमशः इस मामले में 71.3% और 81.4% के साथ दूसरे व तीसरे नंबर पर रहे।
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वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म की रिपोर्ट के मुताबिक भारत एशिया में चीन और जापान के बाद तीसरी सबसे बड़ी ट्रैवल इकोनाॅमी है। दक्षिण एशिया में भारत का पहला नंबर आता है। भारत के सबसे बड़े इंटरनेशनल मार्केट अमेरिका और बांग्लादेश थे, जिन्होंने देश के टूरिज्म में 9% योगदान किया। वहीं, ब्रिटेन ने 7% और कनाडा व श्रीलंका ने 2% का योगदान दिया है।
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- देश : जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, केरल
- विदेश : स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, स्वीडन, अमेरिका, बेल्जियम