नई दिल्ली. Spring Equinox 2019 आज है और इसीलिए आज इस पर गूगल डूडल तैयार किया गया है। कहा जाता है कि पश्चिमी देशों में आज से ही वसंत की शुरुआत होती है और आज आसमान में नज़र आने वाला चांद कई गुना ज्यादा बड़ा नज़र आता है। वही आज दिन और रात बराबर होंगे यानि कि रात भी 12 घंटे और दिन भी 12 घंटे का। क्योंकि सूरज आज भूमध्य रेखा पर से गुजरेगा। इस दिन सूरज सीधे पूरब से निकलकर पश्चिम में अस्त हो जाता है। ऐसा साल में 2 बार होता है यही कारण है कि इक्विनॉक्स 2 बार होता है। एक मार्च महीने में और दूसरा सितंबर महीने में। मार्च इक्विनॉक्स तक होता है जब सूरज आकाशीय भूमध्य रेखा को दक्षिण से उत्तर की ओर पार करता है- ये पृथ्वी के भूमध्य रेखा के ऊपर आकाश में एक काल्पनिक लाइन होती है। जबकि सितंबर में ठीक इसका उल्टा होता है। कहते हैं आज के दिन केंचुएं मिट्टी से बाहर निकल आते हैं इसीलिए इक्विनॉक्स सुपरमून को सुपर वॉर्म मून भी कहा जाता है। सुपर वॉर्म मून यूरोप में रात में करीब 12:45 बजे दिखाई देगा।
बन रहा है ये खास संयोग
वहीं बड़ी बात ये है कि 19 साल ये एक बेहद खास संयोग आज बन रहा है इस बार सुपर वॉर्म मून नजर आने वाला है। वही इस साल यानि 2019 के बाद पर वॉर्म मून 2030 यानि कि 11 साल बाद नजर आएगा। लिहाज़ा ये दिन अब और भी खास हो गया है।
क्या होता है सुपर वॉर्म मून
जब चांद रोज़ाना से 14 फीसदी बड़ा और 12 फीसदी ज्यादा चमकीला नज़र आए तो उसे सुपर वॉर्म मून कहते हैं। उत्तरी देशों में मार्च में फुल मून को वॉर्म मून भी कहा जाता है। इस बार भारत में फुल मून 21 जनवरी और 19 फरवरी को नज़र आया था।
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