नई दिल्ली. दुश्मनों की गोलाबारी और मिसाइल हमलों से वायुसेना के लड़ाकू विमानों को बचाने के लिए सरकार नेपाकिस्तान-चीना सरहद के करीब 110 मजबूत शेल्टर बनाने की अनुमति दी है।
सूत्र के मुताबिक, ‘इस प्रोजेक्ट में 5000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यह निर्माणकार्य कुछ चरणों में पूरा हो जाएगा।इसके बाद सेना अपने फ्रंटलाइन फाइटर जेट्स यहां बिना किसी चिंता के तैनात कर पाएगी। इन विमानों में सुखोई-30 भी शामिल होगा।’
फिलहाल ऐसी सुविधा के अभाव में सेना को अपने फ्रंटलाइन एयरक्रॉफ्ट्ससीमा से दूर दुर्लभ इलाकों में रखना पड़ते हैं।
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