मुंबई. देश में 9% महिलाएं और 11 प्रतिशत पुरूष ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट में खुद को सुरक्षित मानते हैं। महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े एक सर्वे में यह बात सामने आई है।रिपोर्ट के मुताबिक, 3% महिलाएं और पुरुष पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बेहद असुरक्षित मानते हैं। महिलाओं की यह राय, यात्रा के दौरान उनके साथ होने वाले उत्पीड़न, छेड़खानी, गाली गलौज, छीटाकशी के चलते बनी है।
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दरअसल, विश्व महिला दिवस के मौके पर ओला ने कैब एग्रीगेटर की एक रिपोर्ट जारी की। इसे 11 शहरों की 9935 महिलाओं से बात कर के तैयार किया गया है और उनकी राय जानी गई है।
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रिपोर्ट के मुताबिक, 35% लोग मानते हैं कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट रात के बजाय दिन में ज्यादा सुरक्षित है। 96% महिलाएं सुरक्षा, आराम, कम किराए समेत कई प्राथमिकताओं को देखते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा करने के लिए तैयार हैं।
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इस सर्वे में अहमदाबाद, बेगलुरू, भुवनेश्वर, चेन्नई, हैदराबाद, इंदौर, जम्मु-कश्मीर, कोच्ची, मुंबई, मैसूर और नई दिल्ली को शामिल किया गया है।
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रिपोर्ट की मानें तो 40% लोगों ने बताया कि वे सस्ता होने के चलते पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं। वहीं, 15% ने माना कि उनके पास पब्लिक ट्रांसपोर्ट के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है। इसी के चलते मजबूरी में इसका इस्तेमाल करना पड़ता है।
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सर्वे के मुताबिक, 40% महिलाएं बस का इस्तेमाल करती हैं। 35% महिलाएं मेट्रो या ट्रेन का इस्तेमाल करती हैं और 40-45 प्रतिशत महिलाएं ऑटो या फिर टैक्सी का इस्तेमाल करती हैं या फिर कोई अन्य विकल्प देखती हैं। 89% महिलाएं यह महसूस करती हैं कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को और बेहतर किया जा सकता है।