जयपुर.सेंट्रल जेल में पाक जासूसशाकिर उल्लाह की हत्या के दस दिन बादशुक्रवार को उसका शव पाकिस्तान के लिए रवाना किया गया। सड़क मार्ग से शव वाघा बॉर्डर पर भेजा गया है। यहां से शनिवार कोकेन्द्रीय गृह मंत्रालय की ओर से पाक को सौंपा जाएगा। गुरुवार को गृह मंत्रालय की ओर से स्वीकृति के बाद शुक्रवार को इंस्पेक्टर के साथ शव रवाना किया गया है।
गुरुवार को कर ली गई थी तैयारी
शव को गुरुवार को कैमिकल लगाकर वाघा बॉर्डर पर भेजने की तैयारी कर ली गई थी, मगर ऐन वक्त पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय की ओर से मना करने पर शव मेडिकल कॉलेज में रखवा दिया गया। शुक्रवार को केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने शव भेजने के लिए कहा है। माना जा रहा है कि शव शनिवार को सौंपा जाएगा। इधर पुलिस ने पाक कैदी की हत्या के मामले में केन्द्रीय कारागार से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद शुक्रवार को वापस जेल भेज दिया।
जासूसी के मामले में बंद था शाकिर
शाकिर जासूसी के मामले में जयपुर कीसेंट्रल जेल में बंद था।साथी कैदियों से बुधवार को उसका टीवी की आवाज कम करने को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद 4 कैदियों ने पत्थर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी थी।शाकिर पाकिस्तान के सियालकोट का रहने वाला था। वह सेंट्रल जेल के वाॅर्ड नंबर 10 में था। इस वाॅर्ड में 66 कैदीहैं। इसमें शाकिर समेत 6 पाकिस्तानी कैदी थे। साथ ही 16 कैदी ऐसे भी थे, जिन्हें फांसी की सजा मिली है।
स्लीपर सेल तैयार करता था शाकिर
शाकिर 2001 से पंजाब की जेल में बंद था। वह जेल से ही फोन के जरिए राजस्थान के कैदियों से संपर्क करता था। वह स्लीपर सेल तैयार कर रहा था। जयपुर जेल में बंद कैदी जब बाहर आते थे, तोशाकिर उनकीबात पाकिस्तानी संगठनों से कराताथा। इसमामले की जानकारी सेंट्रल आईबी द्वारा राजस्थान एटीएस को दी गई थी। एसओजी जयपुर ने 2010 में केस दर्ज किया था। ये लोग लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहे थे। 2010-11 में कोर्ट में चालान पेश कर दिया गया था। करीब साल भर पहले शाकिर को आजीवन कारावास की सजा हुई थी।
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