लाइफस्टाइल डेस्क. स्पेन में बायो-इंजीनियरिंग के 19 वर्षीय छात्र डेविड अगिलर ने लेगो ब्रिक्स का इस्तेमाल कर अपने लिए प्रोस्थेटिक आर्म बनाया है। जेनेटिक डिसऑर्डर के कारण दाहिने हाथ के बिना जन्मे अगिलर का कहना है कि मैं खुद को आईने में दो हाथों के साथ देखना चाहता था जैसे दूसरों को देखता हूं। अगिलर का लक्ष्य जरूरतमंद लोगों के लिए किफायती रोबोटिक अंग बनाना है।
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डेविड के मुताबिक, उन्हें लेगो के लाल और पीले टुकड़े एक दोस्त ने लाकर दिए थे। इसकी मदद से करीब 1 साल पहले रोबोटिक आर्म तैयार किया गया था। जोड़ों से आसानी से मोड़ने और चीजों को पकड़ने के लिए इलेक्ट्रिक मोटर का इस्तेमाल किया गया है।

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डेविड का कहना है कि बचपन में जब भी मैं दूसरे बच्चों को देखता था तो काफी निराश महसूस करता था क्योंकि मैं अलग था। लेकिन मैंने सपने देखना कभी नहीं छोड़ा। डेविड दिव्यांगों को प्रेरित करने के लिए हैंड सोलो नाम से यूट्यूब चैनल चलाते हैं। चैनल का लक्ष्य लोगों को बताना कि कुछ भी असंभव नहीं और दिव्यांगता आपको रोक नहीं सकती।
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डेविड स्पेन की इंटरनेशनल डी-कैटाल्यून्या यूनिवर्सिटी से बायोइंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन कर रहे हैं। पढ़ाई पूरी होने के बाद दिव्यांगों के लिए प्रोस्थेटिक बनाकर उनकी मदद करना चाहते हैं ताकि वे आम इंसान की तरह जीवन जी सकें।
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