लाइफस्टाइल डेस्क. बंगाली रीति-रिवाज के मुताबिक हुई एक शादी सोशल मीडिया पर चर्चा में है। इसे ट्विटर पर अस्मिता घोष ने पोस्ट किया है। पोस्ट के मुताबिक, शादी से जुड़े रीति-रिवाजों को महिला पंडित करती नजर आ रही हैं। चर्चा का विषय दुल्हन के पिता का कन्यादान न करना भी है। उनका कहना है किमेरी बेटी प्राॅपर्टी नहीं है जो किसी को दी जाए। इसे सोशल मीडिया पर काफी सराहा जा रहा है और अब तक 2,300 से अधिक लाइक्स मिल चुके हैं।
-
ट्विटर पर कुछ लोगों ने इसे बेहतरीन पहल बताया है तो कुछ ने इसे परंपराओं के खिलाफ किया गया कर्म कहा है। एक यूजर ने इसे एक बेहतरीन पहल बताया। वहीं एक यूजर ने लिखा कन्यादान का मतलब कन्या को दान करना नहीं बल्कि कन्या के लिए चीजें दान करना। जिसमें सगे-सम्बंधी लड़की के लिए कुछ न कुछ देते हैं।
agree with you. but as far i know, Kanyadan is not ‘dan of kanya’. it is ‘dan for kanya’, where parents/relatives give something for daughter.
— Nishant Jain (@nishant10010) February 5, 2019