[ad_1]
बीते हफ्ते दो बड़े मुद्दे देश में छाए रहे। पहला- मॉब लिंचिंग यानी अफवाह या किसी पर संदेह के आधार पर भीड़ द्वारा इतनी पिटाई कर देना कि उसकी मौत हो जाए। दूसरा- मंदसौर, सतना समेत देश के बाकी शहरों में बच्चियों से दुष्कर्म। अब तक भीड़ की पिटाई से कितनी मौतें हुईं, इसके आंकड़े सरकारी एजेंसियों के पास नहीं हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) का कहना है कि 2017 के आंकड़े जब जारी किए जाएंगे, उनमें मॉब लिंचिंग की घटनाओं का जिक्र रहेगा। वहीं, नाबालिगों के खिलाफ यौन हिंसा के मामले कितने बढ़े हैं, इसका पता इसी बात से चलता है कि बीते 15 साल में बच्चियों से दुष्कर्म की घटनाओं में 1600% का इजाफा हुआ है।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
[ad_2]
Source link