भारतीय मानवाधिकार परिवार एवं भारत विकास परिषद (महामना) के संयुक्त तत्वाधान में निकाली गयी मौन आक्रोश रैली

रिपोर्टर पुरूषोतम चर्तुवेदी वाराणसी

वाराणसी :- नीमा वाराणसी शाखा, भारतीय मानवाधिकार परिवार एवं भारत विकास परिषद (महामना) के संयुक्त तत्वाधान में 2 मई शुक्रवार को आयोजित मौन आक्रोश रैली जो संपूर्णानंद संस्कृत विश्व विद्यालय गेट से निकालकर लहुराबीर स्थित आज़ाद पार्क पहुँचकर श्रद्धांजलि सभा में बदल गयी। पहलगाम में पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित जघन्य हत्याकांड में धर्म पूँछकर मारे गये निर्दोष लोगों के लिये, दो मिनट मौन रखकर प्रार्थना की गयी। कार्यक्रम के संयोजक डा. सुनील कुमार मिश्रा ने बताया पाकिस्तान का मकसद भारत में धर्म के नाम पर

गृह युद्ध करवाना था पर वह अपने मंसूबे में कभी भी कामयाब नहीं हो सका। भारत के हिंदू-मुसलमान जानते हैं कि उनकी सोच और ताना बाना एक दूसरे का पूरक है और उनके पूर्वज एक थे। रैली को नीमा के अध्यक्ष डा. राजकुमार यादव,सचिव डा.विनय पांडेय,डा.वी एन रॉकी,डा.प्रियंका जायसवाल, डा.डॉली श्रीवास्तव ने संबोधित किया। डा.अरुण गुप्ता, डा.जे.पी.गुप्ता, डा.अजहर,डा. सलिलेश मालवीय,डा.अरुण सिंह, डा.राकेश मोहन,डा.एस आर सिंह, डा.मोबिन,डा.रोशन अली,रतेनद्र सिंह,रेनू सिंह,डा.इश्तियाक़,डा. अनिल गुप्ता, डा.संदीप पांडे, जिशान हैदर इत्यादि लोग थे। रैली में ये माँग की गयी की भारत सरकार पाकिस्तान पर कठोर कार्यवाही करे और अपने हिस्से के पी ओ के को भारत में अधिग्रहित कर ले।

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