नवीन चंद्र
कोन, सोनभद्र। शनिवार की शाम आए तेज आंधी-तूफान ने कोन और आसपास के इलाकों में भारी तबाही मचाई। तूफान की तेज हवाओं ने कई घरों के खपरैल और टिन शेड उड़ा दिए, जबकि खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं। सबसे ज्यादा असर बिजली व्यवस्था पर पड़ा, जब डाला फीडर से जुड़ी 33 केवीए लाइन के पांच बड़े पोल गिर गए।

इन पोलों के गिरने से कोन और कचनरवा सब स्टेशन से बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। कनहर नदी के पूर्वी किनारे पर बसे गांवों में अंधेरा छा गया और लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हो गई।
पानी के लिए तरसे लोग
बिजली नहीं रहने से क्षेत्र की पेयजल व्यवस्था भी चरमरा गई है। लोगों को पानी के लिए दूर-दराज तक भटकना पड़ रहा है।
फोन चार्ज नहीं होने से टूटा संपर्क

बिजली कटने के कारण लोग अपने मोबाइल फोन चार्ज नहीं कर पा रहे हैं। इससे आपसी बातचीत और जानकारी का आदान-प्रदान भी रुक गया है।
किसानों की फसलें बर्बाद

तूफान से गेहूं, चना, अरहर और सब्जियों की फसलें सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं। किसानों का कहना है कि फसल कटाई के लिए तैयार थी, लेकिन आंधी-बारिश ने सब बर्बाद कर दिया।
खबर लिखे जाने तक बिजली विभाग की टीम पोल को खड़ा करने और सप्लाई बहाल करने में जुटी हुई है, लेकिन अब तक बिजली बहाल नहीं हो सकी है।