करमा में एक ऐसा विद्यालय जहाँ कक्षा में ही किचन

विकासखंड करमा में प्राथमिक विद्यालय असना विद्यालय अपने दुर्दशा पर बहा रहा आशु

जहाँ किचन में पठन-पाठन करने को लाचार दिखे शिक्षक शिक्षार्थी।


करमा-सोनभद्र(रोहित त्रिपाठी)। करमा विकास खण्ड में असना प्राथमिक विद्यालय क्षेत्र में चर्चाओं का केन्द्र बना हुआ है जहाँ किचन में कक्षाओं का संचालन किया जाता है। संदीप कुमार तिवारी प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापिका विन्दू मति ने बातचीत में बताया कि हमारे विद्यालय असना में कुल 31 छात्र-छात्राओं की संख्या है एक शिक्षण कक्ष में पठन-पाठन व किचन है। शौचालय बना है जो कमरे व किचन में अटैच है। विद्यालय में पानी पीने के लिए हैण्ड पंप जिसमें समर सेबुल भी लगा परंतु हैण्ड पम्प में पानी नहीं

देता है। श्री तिवारी ने बताया कि कई बार संबंधित अधिकारियों व प्रधान का ध्यान आकर्षित किया गया परंतु ढाक के तीन पात वाली कहानी चरितार्थ हो रही है। गाँव के ज्ञान प्रकाश मौर्य ने बताया कि विद्यालय में आने की समुचित व्यवस्था नही है। विद्यालय के चारों दिशाओं में बड़ी बड़ी घास फूस हैं जहां विद्यार्थियों को स्कूल जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है ग्राम पंचायत बारी महेवा, बसवा

निस्फ के प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के लिए विद्यालय पहुंचना बरसात के दिन में टेढ़ी खीर का काम है। बच्चे कीचड़ युक्त सड़क से गुजरकर विद्यालय पहुंच रहे है। विद्यालय के नौनिहालों को विद्यालय पहुंचने में कीचड़ युक्त सड़क से गुजरना पड़ रहा है नौनिहाल फिसल कर गिर भी जाते हैं। इस बरसात के मौसम में जहां एक तरफ सरकार द्वारा जारी फरमान के हर गांव को लिंक रोड से जोड़कर पक्की सड़क और खड़ंजा लगाया जाए। विद्यालय के लिए लाखों रुपये खर्च करने का दावा खोखला सावित हो रहा है।ग्रामीणों की बात करें तो जब वर्षा ऋतु में घर से विद्यालय जाने के लिए जब नौनिहाल निकलते हैं तो एक बार सोचना पड़ता है कि कीचड़ युक्त सड़क पर से कैसे गुजर कर

विद्यालय तक पहुंच सकेगे कहीं रास्ते में ही फिसल कर छोटे-छोटे बच्चे गिर कर भीग न जाए ?उनके कपड़े गंदे ना हो जाए ? कभी-कभी ऐसा भी हो जाता है। ग्राम पंचायत के ज्ञान प्रकाश, प्रमोद कुमार, सीताराम यादव, शिवकुमार पटेल, सियाराम भारती, पंकज यादव, नंदलाल यादव, रोलर भारती सहित अन्य लोगों ने संबंधित अधिकारी व जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सड़क पर मरम्मत कराने की मांग की है जिससे बच्चों विद्यालय पहुंचने में हो रही समस्या से निजात मिल सके व अतिरिक्त कक्ष निर्माण किया जा सके।

Translate »