रक्षाबंधन के पावन पवित्र त्यौहार के दिन भाईयों की कलाई पर बहनों ने बांधा रक्षा सूत्र

रवि कुमार सिंह

दुद्धी-सोनभद्र। 19 अगस्त को बहन-भाई के स्नेह का पावन पर्व रक्षाबंधन व श्रावणी पूर्णिमा, सोमवार को धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही सभी मंदिरों में शिवालयों एवं

प्रमुख धामो पर शिव भक्त एवं व्रत धारी माता बहनों की भीड़ उमड़ी हुई थी। सभी ने भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग पर जलाभिषेक कर पूरे विधि विधान से पूजा पाठ किया और उनसे अपने व अपने परिवार जनो सहित लोकमंगल की कामना किया । श्रावण मास के अंतिम सोमवार के दिन शिव

भक्तों ने ऊंचे ऊंचे पहाड़ों पर स्थित बाबा भोलेनाथ के प्रसिद्ध मंदिरों में भी कावर से जल उठाकर जलाभिषेक किया ।
वही रक्षाबंधन त्यौहार मे बहनों ने अपने भाइयों के कलाई पर राखी बांधकर मिष्ठान व फलाहार खिलाकर मुंह मीठा करवाया करवाया। भाई ने बहन की राखी बधाई को लेकर उपहार स्वरूप सामग्री एवं नगद पैसे देकर बहन की सदैव रक्षा करने का भरोसा भी दिया । सोमवार को दोपहर डेढ़ बजे तक भद्रा होने के कारण राखी बांधने का सिलसिला

दोपहर बाद शुरू हो गया जो देर रात तक चला। दोपहर मे कडी धुप होने के बाद भी बहनों ने दूर- दूर से सफर कर अपने घर आई और भाई-भाभी, भतीजे-भतीजी की कलाई पर भी राखी बांधी।ज्यादातर बहनों ने रक्षाबंधन पर अपने भाई की कलाई पर श्रीराम ,भाई, ओम, ॐ ,रक्षा सूत्र बांधी। बच्चों को कार्टून वाले राखी पसंद आई। युवतियों की कलाई पर मेटल, पैंडल, डायमंड वाली राखियां नजर आई। बड़े-बुजुर्गों की कलाई पर हमेशा की तरह राम राखी बंधी दिखी। बहनों ने राखी बांधने के बाद भाई के पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त किया वही उनके दीर्घायु की कामना भी बहनों ने किया ।

Translate »