गुप्तकाशी दर्शन यात्रा हुई संपूर्ण

गुप्तकाशी सेवा ट्रस्ट ने आयोजित की थी पांच दिवसीय दर्शन यात्रा

सर्वेश श्रीवास्तव

सोनभद्र। पवित्र पावन श्रावण माह में पंचतत्व की रक्षा के लिए पंच संकल्प के साथ गुप्तकाशी सेवा ट्रस्ट द्वारा आयोजित पंच दिवसीय गुप्त काशी दर्शन यात्रा सोमवार को संपूर्ण हो गई। संतों व प्रकृति एवं पर्यावरण प्रेमियों द्वारा यह यात्रा सोन त्रिवेणी संगम बाबा सोमनाथ गोठानी से प्रारंभ होकर बंसरा माता, अघोरी दुर्ग भूतेश्वर दरबार की गुफा, अमर गुफा, पंचमुखी हनुमान मंदिर हाथीनाला, दुद्धी, विंधमगंज होते बंशीधर नगर उटारी झारखंड, कोन प्राचीन शिव मंदिर चाचीकला, पिंडारी गुफा, गुप्ताधाम, अमिला धाम, बाबा मछंदर नाथ, विजयगढ़ दुर्ग, मऊकला दुर्गा माता शिखर स्थल ऋण मुक्तेश्वर महादेव पटना, सत पोखरिया महादेव, सोमा धरती माता, रामपुर, चिल्लाकर, गौमाता मंदिर खोडिला, महुली महादेव, सेमरिया, बिछिया, गंगोत्री कुंड दीवानी चुआ, नालेश्वर महादेव, बागेश्वर महादेव बघैला, सिद्धेश्वर महादेव शिवाला गांव, पंचासी हनुमान मंदिर बहुअरा, पंचमुखी महादेव रौप, गिरजा शंकर धाम कण्डाकोट, गौरीशंकर धाम, शिवद्वार धाम, चुनार प्राचीन

दुर्गा माता मंदिर होते हुए बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक दर्शन पूजन एवं गंगा स्नान के साथ पूर्ण हुई। यात्रा के प्रमुख संयोजक रवि प्रकाश चौबे ने बताया है कि इस यात्रा में पूज्य संतों का सानिध्य मिला साथ ही पर्यावरण संरक्षण में लोगों की सहभागिता सुनिश्चित हुई। उन्होंने यह भी बताया कि प्रकृति, संस्कृति, संस्कार, सभ्यता ही हमारे सनातन की पूंजी है इसे सुरक्षित रखना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। बताते चलें कियह यात्रा 13 अगस्त से प्रारंभ होकर 18 अगस्त 2024 को पूर्ण हुई। इस पवित्र यात्रा मे पूज्य साधू संतो के साथ गुप्तकाशी सेवा ट्रस्ट के संस्थापक रवि प्रकाश चौबे, धर्मेंद्र कुमार राजू, राकेश राय, अजय गुप्ता ,रोशन राय, राकेश देव पांडे, प्रियांशु चतुर्वेदी, शिव शंकर मौर्य ,मंगल गुप्ता सहित चार दर्जन लोगो ने पांच दिन की यात्रा के साक्षी बनाकर यात्रा कोपुर्ण किया। श्री चौबे के अनुसार इस दौरान दर्जन भर से अधिक स्थानों पर पीपल, बर्गद, पाकड़, बेल, नीम के पौधे भी लगाये गये।

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