रिपोर्टर पुरूषोत्तम चतुर्वेदी
वाराणसी नेत्रोदय द आई सिटी के निदेशक एवं यूपी एसओएस के चेयरमैन साइंटिफिक कमेटी डॉ अभिषेक चन्द्रा
ने बताया कि यू पी स्टेट ओफ्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी एवं नेत्रोदय द आई सिटी के संयुक्त तत्वावधान में नेत्र विभाग के स्नातकोतर छात्रों के दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम (पी जी ट्रेनिंग प्रोग्राम) का समापन आज नेत्रोदय द आई सिटी में हुआ।इस कार्यक्रम में नेत्र रोगों की चिकित्सा में हो रहे नवीनतम अनुसंधानों को बारे में देश के भावी नेत्र बिशेषज्ञो को अवगत कराया गया। नेत्र रोगों एवं इलाज हेतु अत्याधुनिक मशीनों का प्रयोग जैसे हम्फर ऑप्टिकल
बॉयोमैट्री, ३डी सिमुलेटर स्पेक्युलर, एंजिओग्राफी, बी- स्कैन, लिपिव्यू, और इनटूटिव इलिप्स एफेक्ट (मोतियबिंद ऑपरेशन का प्रायोगिक ज्ञान) के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। अपने ब्याख्यान में डॉ अभिषेक चन्द्रा ने बताया कि केरेटोकोनस की जाँच विशेष तरह के कॉन्टैक्ट लेन्स आरजीपी, सीएसएल द्वारा करने हेतु बताया गया। रासायनिक चोट जैसे आंख में चूना, चिनगारी चले जाने पर एम्निओटिक झिल्ली के प्रयोग एवं नेत्र प्रत्यारोपण के बारे में प्रशिक्षित किया गया । इस कार्यक्रम में पूरे देश से लगभग १५० नेत्र चिकित्सा के स्नातकोतर छात्रों ने भाग लिया। प्रशिक्षक के रूप से एलवी प्रसाद नेत्र संस्थान हैदराबाद से डॉ जावेद अली, एम्स- दिल्ली से डॉ राजेश सिन्हा एवं डॉ प्रफुल्ल महाराणा, एसजीपिजीआई लखनऊ से डॉ विकास कन्नौजिया, डॉ रजत जैन, डॉ मलय चतुर्वेदी, डॉ मनीष टंडन, डॉ आरसी सिंह, डॉ स्वाति ने अपना व्याख्यान दिया।आयोजक मण्डल यूपी एसओएस के अध्यक्ष डॉ विनोद राय, सचिव डॉ मोहिता शर्मा, चेयरमैन एआरसी डॉ दीपक मिश्रा, डॉ अभिषेक चन्द्रा, डॉ गोविन्द खलखो, डॉ अभिषेक दीक्षित, डॉ नेहा शिल्पी, डॉ सरस्वती, का विशेष योगदान रहा। नेत्रोदय की अध्यक्षा श्रीमती मधुबाला अग्रवाल, डॉ अनुराग टंडन, डॉ प्रशांत भूषण, डॉ आनंद शर्मा, डॉ शीला राय, डॉ ओ पी एस मौर्या, डॉ दीक्षा सरीन, डॉ शेखर, डॉ तरुण, डॉ डी पी सिंह, डॉ संकेत सिंह, राजन का सराहनीय योगदान रहा।