सर्वेश श्रीवास्तव/संजय सिंह
चुर्क-सोनभद्र। नीति आयोग 4 जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक 3 महीने का अभियान ‘संपूर्णता अभियान’ शुरू कर रहा है। जिसका उद्देश्य देश भर के आकांक्षी जिलों में 6 प्रमुख संकेतकों और आकांक्षी ब्लॉकों में 6 प्रमुख संकेतकों की संतृप्ति प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करना है। ‘संपूर्णता अभियान’ का उद्देश्य आकांक्षी जिला कार्यक्रम और आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत 112 आकांक्षी जिलों और 500 आकांक्षी ब्लॉकों में पहचाने गए 6 संकेतकों में से
प्रत्येक में संतृप्ति प्राप्त करना है। सम्पूर्णता अभियान’ के अंतर्गत आकांक्षी जिलों में चिन्हित पहली तिमाही के दौरान प्रसवपूर्व देखभाल (एएनसी) के लिए पंजीकृत गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत व आईसीडीएस कार्यक्रम के अंतर्गत नियमित रूप से पूरक पोषण लेने वाली गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत तथा पूर्णतः प्रतिरक्षित बच्चों का प्रतिशत (9-11 माह) (बीसीजी+डीपीटी3+ओपीवी3+खसरा 1) व वितरित
मृदा स्वास्थ्य कार्डों की संख्या तथा माध्यमिक स्तर पर कार्यात्मक विद्युत सुविधा वाले विद्यालयों का प्रतिशत एवं शैक्षणिक सत्र शुरू होने के एक महीने के भीतर बच्चों को पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने वाले स्कूलों का प्रतिशत आकांक्षी जिले और ब्लॉक कार्यक्रम के बारे में उक्त कार्यक्रम का आयोजन 4 जुलाई को कलेक्ट्रेट परिसर पर किया गया। जिसमे बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग का भी स्टॉल लगाया गया जिसमें खण्ड शिक्षा अधिकारी राबर्ट्सगंज, खण्ड शिक्षा अधिकारी चतरा, डीसी सामुदायिक शिक्षा, एआरपी हृदेश कुमार सिंह, प्रअ० सरिता जैसवार, सअ० पूजा द्विवेदी, कु अन्नू, कु प्रतीक्षा, वीना, रानी श्रीवास्तव, आनंद त्रिपाठी उपस्थित रहें I