पारिवारिक एकीकरण की प्रतिमूर्ति पार्वती देवी की मनी तीसरी पुण्यतिथि‌

एमपी द्विवेदी फैमिली फाउंडेशन के तत्वाधान मे की गई श्रद्धांजली

परिवार जनों, पत्रकारों, साहित्यकारों, समाज सेवियों एवम अधिवक्ताओं ने भी की श्रद्धा सुमन अर्पित

सोनभद्र (सर्वेश श्रीवास्तव)। एम पी फाउंडेशन अखाड़ा मोहाल राबर्ट्सगंज सोनभद्र के तत्वाधान में वरिष्ठ पत्रकार सोन साहित्य संगम के निदेशक जनपद सोंनभद्र के चाचा जी पंडित मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी जी की धर्मपत्नी स्मृति शेष पार्वती द्विवेदी की 15 अप्रैल सोमवार को तृतीय पुण्यतिथि बहुत ही सादगी से पारिवारिक वातावरण में मनाई गई। इस अवसर पर परिवार के सदस्य सहित उपस्थित पत्रकारो साहित्यकारो, राजनीतिज्ञों व समाज सेवियों द्वारा उनको याद

करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर सुबह 11 बजे से उनकी याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि ग्रामवासी सेवा आश्रम चोपन की प्रबंधक दुद्धी विधान सभा के प्रथम विधायक गांधी विचारधारा के स्वतंत्रता सेनानी पंडित स्वर्गीय ब्रज भूषण मिश्र की पुत्री सुभाषा मिश्रा उपस्थित रही और उन्होंने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि मैं आज बहुत ही भावुक हो गई है। पार्वती देवी की

महानता के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। मैं पार्वती देवी को अपना श्रद्धा सुमन अर्पित करती हूं। कार्यक्रम में सर्व प्रथम स्मृति शेष पार्वती दिवेदी के चित्र पर उपस्थित अतिथियों एवम परिवार जनों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर एवम पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी ने और संचालन सोन साहित्य संगम के संयोजक अधिवक्ता पत्रकार राकेश शरण मिश्र ने किया। कार्यक्रम में उपस्थित जानी मानी कवियत्री डा रचना तिवारी ने अपनी स्मृतियों को साझा करता हुए पार्वती दिवेदी को एक कुशल गृहणी बताया और अपनी कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित किया। कार्यक्रम में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त किशोर न्यायलय बोर्ड सोनभद्र के सदस्य ओम प्रकाश त्रिपाठी ने कविता के द्वारा अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के अध्यक्ष एवम मुख्य

आयोजक एम पी फाउंडेशन के संयोजक मिथिलेश प्रसाद दिवेदी ने कहा कि कहा जाता है कि एक सफल व्यक्ति के पीछे एक महिला का हाथ होता है और मेरे साथ भी यही है। मैं आज साहित्य में पत्रकारिता में या समाज में जो भी स्थान प्राप्त किया हूं वह मेरी धर्म पत्नी स्मृति शेष पार्वती देवी की ही देन हूं। आज उनकी तृतीय पुण्य तिथि पर मैं उनको शत शत नमन वंदन करता हूं। वही वरिष्ठ कवि दिवाकर दिवेदी मेघ विजय गढ़ी ने भी अपनी कविता के माध्यम से अपनी श्रद्धांजलि अर्पित किया। इसी प्रकार कार्यक्रम में उपस्थित चोपन से आए वरिष्ठ पत्रकार समाज सेवी अजय भाटिया, गुप्त काशी ट्रस्ट के अधिवक्ता समाज सेवी रवि प्रकाश चौबे, पत्रकार रामजी गुप्ता, ग्रामवासी सेवा आश्रम के ब्यवस्थापक राजेश अग्रहरी, घोरावल तहसील के पूर्व अध्यक्ष रामानुज धर दिवेदी, पत्रकार प्रमोद गुप्ता, पत्रकार संगम पांडेय, पत्रकार संजीव श्रीवास्तव, जिला उद्योग प्रतिनिधि मण्डल के जिला अध्यक्ष कौशल शर्मा,मऊ से आए वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक कुमार पांडेय, प्रमोद दुबे, राधेश्याम चौबे, पंकज तिवारी, दी सोनभद्र टैक्स बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष उमापति पांडेय, अधिवक्ता प्रदीप धर दिवेदी, समाज सेवी राकेश कुमार सिंह सहित सैकड़ों अतिथियो द्वारा भी शब्द प्रसून से अपनी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अनेक जीवन को अनुकरणीय बताया गया। इसके अलावा स्मृति शेष पार्वती देवी के ज्येष्ठ पुत्र दुर्गेश आनंद दिवेदी, कनिष्ठ पुत्र श्रृंगेश आनंद दिवेदी, पुत्रियां एवम नाती पोता में अभिनव ज्योति, गौरव दीप, अंश आनंद, आयुष्मान आनंद,अनुशिका, आर्या आनन्द, हर्ष वर्धन आनंद, सोडृ गो की चेयरपर्सन रीना सिंह सहित सभी पारिवारिक सदस्यों ने भी अपनी भाव भीनी

श्रद्धांजलि अर्पित की। वही कार्यक्रम का संचालन कर रहे अधिवक्ता साहित्यकार राकेश शरण मिश्र ने कहा कि सोन साहित्य संगम परिवार,आल प्रेस एंड राइटर्स एसोसिएशन, मीडिया फोरम ऑफ इंडिया एवम अधिवक्ता समाज की तरफ से स्मृति शेष माँ तुल्य मेरी भाभी पार्वती द्विवेदी को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए मैं उनको शतशत नमन करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित अतिथियों द्वारा दो मिनट का मौन रखकर उनके लिए प्रार्थना की गई।

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