मोहन गुप्ता
गुरमा-सोनभद्र। उत्तर प्रदेश सामाजिक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था “श्याम साहित्य दर्पण काव्य मंच ” संबद्ध सोनभद्र मानव सेवा आश्रम (ट्रस्ट) का अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित ऑनलाइन कवि सम्मेलन गढ़वाल, उत्तराखंड की वरिष्ठ कवयित्री एवं स्वतंत्र लेखिका विजयलक्ष्मी गुसाई की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्था की राष्ट्रीय संरक्षिका डॉ. संगीता पाल ने जलेगा ज्ञान का दीपक, अंधेरा छट ही जायेगा, की सुमधुर
वाणी वन्दना से किया। उन्होंने अपने काव्य पाठ में “रिश्तों को उम्र भर निभाए, वो मां याद आए” की अनुपम प्रस्तुति दीं। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, नासिक महाराष्ट्र की धर्म रत्न सुनीता दीदी मां ने अपनी अमृत वाणी “नारी वो है जो करे अपने पति का सम्मान“ के साथ समाज को सुंदर संदेश दिया। काव्य पाठ और नारी सशक्तिकरण विचार गोष्ठी की कड़ी में अयोध्या उत्तर प्रदेश से प्रो. सुमन प्रसाद मौर्य “महिलाओं को मुख्य धारा में प्रेरित करें, दहेज उत्पीड़न बंद हो”, झज्जर हरियाणा से डॉ. मीना कुमारी सोलंकी जी “नारी तू कमजोर नहीं, समाज को रखो खूब संभाल”, सूरजपुर छत्तीसगढ़ से किरन कुशवाहा “दो परिवार को जो सम्हारी, है वो जगत में उत्तम नारी”, बारां राजस्थान से गुरूदीन वर्मा “नारी तू है नारायणी, नारी तू है भगवती”, कोटद्वार उत्तराखंड से शकुंतला पंत “तू करुणामई तू प्राण दायिनी, तुमसे ही पहचान है”, अलवर राजस्थान से मीनाक्षी जैन “जीवन का मेरे हर उमंग, है तुम्हीं से मां मेरी”, मुजफ्फरपुर बिहार से स्मृति सुमन “ख्वाहिशों पर सेंकती रही हैं रोटियां, वो बेटियां”, आजमगढ़ उत्तर प्रदेश से शालिनी राय डिंपल “ मैं नारीशक्ति हूं, हर वेदों की अभिव्यक्ति हूं”, हरिद्वार उत्तराखंड से शबा राव “मुश्किलों से लड़ती हैं बेटियां, खुशियों को ढूंढती हैं बेटियां”, की अनुपम प्रस्तुति दीं। संस्था की राष्ट्रीय उप सचिव अचला एस गुलेरिया ने “वो आर्यवर्त की मर्यादा क्यों खोने लगी, पुरुष प्रधान देश में नारी पुरुष होने लगी” की शानदार रचना पढ़कर समाज हित में उम्दा संदेश प्रेषित किया। इस पूरे कार्यक्रम का सफ़ल संचालन संस्था के राष्ट्रीय सचिव कविवर अवध बिहारी अवध ने किया। संस्था के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम बिहारी मधुर, उपाध्यक्ष, विपुल कुमार भवालिया, संस्था की राष्ट्रीय कोषाध्यक्षा नीतू अग्रवाल ने सभी सम्मानित काव्य मनीषियों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस व महाशिवरात्रि पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं भेंट किया। अंत में सभी साहित्य अनुरागियों को डिजिटल प्रशस्ति पत्र प्रदान कर, कार्यक्रम अध्यक्ष के अध्यक्षीय संबोधन के साथ कवि सम्मेलन का समापन किया गया।