बच्चो को शिक्षक राष्ट्र निर्माण हेतु करे तैयार- राकेश शरण मिश्र
सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। शिक्षक राष्ट्र निर्माण में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का काम करते हैं। इसलिए शिक्षकों को चाहिए कि वो बच्चो को ऐसी शिक्षा प्रदान करें जिससे बच्चो के अंदर राष्ट्रीय भावना की मशाल बराबर प्रज्वलित होती रहे। उक्त बातें बतौर मुख्य अतिथि संयुक्त अधिवक्ता महासंघ
एवम बार कौंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के अनुशासन समिति के सदस्य राकेश शरण मिश्र ने सत्य ज्योति एकेडमी के वार्षिकोत्सव में अपने उद्बोधन में कही। कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित एडिशनल एसपी सोनभद्र
कालू सिंह ने बच्चो का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि आपको किसी भी समस्या से घबराने या डरने की जरूरत नही है बल्कि हर समस्या का सामना निडरता पूर्वक करना चाहिए। कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्य अतिथि व विशिष्ठ अतिथियों को स्कूल की बच्चियों द्वारा तिलक लगाकर स्वागत किया गया। इसके बाद मुख्य अतिथि द्वारा एवं अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम आरंभ किया गया। इसके बाद
स्कूल के छोटे-छोटे स्कूली बच्चो द्वारा एक से बढ़कर एक मनमोहक नृत्य और नाटक की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति की गई। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अतिथियों द्वारा लगातार तालियां बजाकर बच्चो का उत्साह वर्धन किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि राकेश शरण मिश्र, विशिष्ट अतिथि कालू सिंह सहित सभी विशिष्ट अतिथियों को स्कूल के प्रबंधक द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत सम्मान किया गया।तत्पश्चात मुख्य अतिथि एवं विशिष्ठ अतिथि के हाथो गणतंत्र दिवस पर पुलिस
लाईन सोनभद्र में आयोजित कार्यक्रम में प्रथम पुरस्कार प्राप्त सत्य ज्योति एकेडमी के बच्चो द्वारा प्रस्तुत किए गए सामूहिक नृत्य में भाग लेने वाले सभी बच्चो को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन अध्यापक चंद्रमा व अध्यापिका सपना व शिवानी एवं छात्र अनिकेत ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से बतौर विशिष्ट अतिथि चार्टेड अकाउंटेंट वी सी दिवेदी, समाज सेवी रमेश चंद्र पांडेय एवम इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर प्रशांत पांडेय उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में स्कूल के प्रबंधक राघवेंद्र पांडेय ने अपने शब्द प्रसून से आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत सम्मान किया एवं प्रधानाचार्य गुड़िया पांडेय ने आए हुए सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।