लघु सिंचाई विभाग ने पुराने कुएं पर ही करा दिया नए कुंए का निर्माण

बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)

लघु सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर ठेकेदार पड़ रहे भारी और कर रहे मनमानी।

व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार की पोल खोल रहा सिंचाई कूप।

मोरमयुक्त से ही चल रहा निर्माण कार्य।

बभनी। विकास खंड के ग्राम पंचायत सतबहनी में राम सुंदर खरवार के घर के पास कुछ दिनों पूर्व ही एक सिंचाई कूप का निर्माण कराया गया था पुनः उसी सिंचाई कूप पर लघु सिंचाई विभाग के द्वारा दोबारा कुएं का निर्माण कराया जा रहा है। जिसमें व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार व्याप्त है बालू के जगह

मोरमयुक्त बालू और भस्सीयुक्त बोल्डर का प्रयोग किया जा रहा है और साथ ही अन्य लोकल सामग्रियों का प्रयोग किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि बारह एक से जोड़ाई का कार्य कराया जा रहा है। इसी प्रकार बभनी विकास खंड में बन रहे लगभग दर्जनों कुओं का हाल यही है अधिकारियों द्वारा जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है अधिकारियों के मनमानी रवैए से ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिला। ग्रामीणों ने कहा कि ठेकेदारों के साथ अधिकारी बंद गाड़ियों में बैठकर आते हैं

और जांच के नाम पर खानापूर्ति कर चले जाते हैं इसी बात से साफ स्पष्ट होता है कि अधिकारी ठेकेदारों के अधीन हैं नाम न छापने के शर्त पर कुछ ग्रामीणों ने बताया कि पहली बरसात में ही कूंए जमींदोज हो जाएंगे और सरकार का करोड़ों रुपए का नुक़सान हो जाएगा और ग्रामीणों को लाभ दिलाने के बजाय ठेकेदार अपनी जेब भरने में परेशान हैं और अधिकारी कागजी

लीपापोती कर काम के नाम पर खानापूर्ति करने में लगे होते हैं। जब इस संबंध में लघु सिंचाई विभाग के नियुक्त अवर अभियंता संजय कुमार सिंह से संपर्क किया जाता है तो फोन उठाना मुनासिब नहीं समझते ऐसे नियुक्त अधिकारी जब विभाग में रहेंगे तो विभाग की क्या दशा होगी जो सोंचने पर विवश कर देती है। वर्तमान भाजपा की सरकार में नियुक्त ऐसे विभाग के अधिकारी किसी को भी जवाब देना या फोन न उठाना उनकी कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिंह उठाता है। ग्रामीण नंदलाल, राम खेलावन, अवध बिहारी, रामाशंकर, जगमोहन, सुनील, दीपक, रामेश्वर समेत अन्य लोगों ने जिलाधिकारी से जांच कराए जाने की मांग की है।

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