खेल मैदान के समतलीकरण होते ही विवाद शुरु

राहुल जायसवाल

आदिवासियों ने ग्राम प्रधान पर खेल मैदान के नाम पर उनकी भूमि कब्जा करने का लगाया आरोप।

दुद्धी-सोनभद्र। दुद्धी ब्लॉक क्षेत्र के बघाडू गाँव में बंजर भूमि पर आम सहमति से बन रहा खेल मैदान समतलीकरण के बाद ही विवादों में आ गया। उक्त बंजर भूमि पर खेती बाड़ी कर रहें आदिवासियों ने प्रधान पर भूमि कब्जा करने का आरोप लगाया तो वहीं अधिकांश आदिवासियों ने बंजर भूमि पर खेल मैदान की निर्माण के लिए आगे आ गए और ग्राम पंचायत की

बंजर भूमि पर खेल मैदान की निर्माण की मांग उठाई। ग्राम पंचायत के सदस्यों तथा अमजन ने बताया कि कई सालों से गाँव में खेल मैदान निर्माण की मांग चल रहीं थी। ग्राम पंचायत ने बंजर भूमि की संबंधित लेखपाल से जाँच पड़ताल करायी गई और उक्त भूमि का चिन्हिकरण भी कराया गया तथा वन विभाग से भी प्रमाण पत्र लिया गया। इसके अलावा ग्राम पंचायत के प्रधान के अलावा बीडीसी तथा ग्राम पंचायत के सदस्यों सहित अन्य गणमान्य नागरिकों से सहमति ली गई। आम सहमति के बाद जैसे ही उक्त बंजर भूमि की

समतलीकरण करने की चर्चा हुई तो कुछ लोगों ने उक्त भूमि के कुछ हिस्सों में फ़सल लगे होने की बात बतायी गई। बताया गया कि फ़सल स्वामियों को भी कुछ मुआवजा देने की वायदा कर राजी कर लिया गया। आरोप हैं कि इसी बीच एक परिवार द्वारा कथित रूप से कुछ केला का पौधा रोप दिया गया और इसी को आधार बनाकर एक पक्ष द्वारा प्रधान पर आदिवासियों की भूमि कब्जा करने से अन्य आरोपों के साथ उप-जिलाधिकारी के यहां शिकायत कर दी गई। हालांकि अधिकांश ग्रामीणों ने गाँव में खेल मैदान बनाने की मांग दुहराते हुए कहा कि बघाडू गाँव में करीब 30 बीघे के आस-पास बंजर भूमि हैं जिस कुछ लोगों का अवैध कब्जा हैं, उसी में से लगभग 4 बीघे पर खेल मैदान बनाने की सहमति बनी हैं। खेल मैदान बनाने के पक्षधर आदिवासियों ने कहा कि खेल मैदान बन जाने से गाँव के बच्चे खेल कूद कर सकेंगे तथा निरंतर अभ्यास का भी मौका मिलेगा तो वहीं पुलिस फ़ोर्स भर्ती की तैयारी करने वाले आदिवासी बच्चों भी दौड़ सहित अन्य अभ्यास करने में मदद मिलेगी। गाँव के क्षेत्र पंचायत सदस्य ईश्वरी प्रसाद, गोविन्द, राजेंद्र सिंह ऊर्फ पिंटू, दिवान सिंह, बिहारी सहित अन्य ग्रामीणों ने जनहित में खेल मैदान निर्माण की मांग दुहराई हैं।

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